मुंबई, । मुंबई समेत समूचे महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के ७७८ नए मामले सामने आए. इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों का कुल आंकड़ा ६४२७ हो गया है. जबकि अभी तक २६९ लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं उपचार के बाद अबतक स्वस्थ्य होने वाले मरीजों की संख्या अब ७८९ हो गई है. उधर मुंबई के धारावी में कोरोना के 25 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या २१४ पहुंच गया है. इसके साथ ही एक शख्सम की मौत हो गई है. इस प्रकार धारावी में संक्रमण से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बात की जानकारी मनपा के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
- वर्ली २-3 दिन के लिए सील
मुंबई के वर्ली इलाके में कोरोना संक्रमितों की संख्याइ बढ़ने पर समूचे इलाके को दो-तीन दिन के लिए सील कर दिया गया है. प्रशासन का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद ऐसा किया गया है. यहां की सभी दुकानें दो दिन तक बंद रहेंगी और किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी.
- महाराष्ट्र में कम हो रहे हॉटस्पॉट्स
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना जांच के लिए 38 लैंब हैं, जिनमें हर दिन 7112 टेस्ट हो रहे हैं. इसके साथ ही राज्य में हॉटस्पॉट्स की संख्या 14 से कम होकर 5 पर आ गई है. मुंबई, मुंबई महानगरीय क्षेत्र या एमएमआर, नागपुर, पुणे और मालेगांव ही 5 हॉटस्पॉट हैं, जहां कोरोना के मरीजों की संख्या ज्यादा है. हालांकि, सबसे बड़ी चिंता धारावी को लेकर बनी है, जहां घर में क्वारनटीन का कोई मतलब नहीं, क्योंकि एक ही घर में या कहें कि एक ही कमरे में कई लोग रहते हैं. केंद्र की टीम ने दौरे के बाद स्कूलों या अन्य संस्थानों में लोगों को क्वारनटीन में रखने का सुझाव दिया है.
- धारावी में लगेगा पैरों से चलने वाले वाश बेसिन
कोरोना वायरस के संकट के दौर में सीएसआईआर के खनिज एवं पदार्थ प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएमएमटी) ने पैरों से चलने वाला वाश बेसिन तैयार किया है जिसे मुंबई के धारावी इलाके में लगाया जाएगा. घनी आबादी वाले धारावी में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के २१४ मामले सामने आए हैं. ये वाश बेसिन इस तरह के हैं कि इस्तेमाल करने वाले को पानी या साबुन लेने के लिए हाथ का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा और इससे कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाले 'वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद' (सीएसआईआर) ने ट्वीट किया, 'सीएसआईआर आईएमएमटी ने हस्तमुक्त वाशिंग स्टेशन बनाकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया है जिन्हें मुंबई के धारावी में लगाया जाएगा.' इस महीने की शुरुआत में प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय द्वारा जारी दिशा निर्देशों में विशेष रूप से धारावी के लिए पैरों से चलने वाले वाश बेसिन की सिफारिश की गयी थी.