भुवनेश्वर । ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के इस वर्ष आयोजन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से सदियों पुराने इस धार्मिक आयोजन को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक सूत्र ने बताया, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सुबह प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत की और भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के आयोजन के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि जब इतनी बड़ी संख्या में लोग उत्सव में जुटेंगे तो सामाजिक दूरी को कैसे बरकरार रखा जाएगा। पटनायक ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि हर साल लगभग 10 लाख श्रद्धालु यह उत्सव मनाने के लिए पुरी में एकत्र होते हैं।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति के प्रमुख गजपति महाराज दिव्य सिंह देव ने कहा कि 23 जून को होने वाले इस वार्षिक आयोजन के बारे कोई भी फैसला तीन मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद जारी दिशानिर्देशों को ध्यान में रखकर लिया जाएगा। पटनायक और मोदी के बीच फोन पर वार्ता के बाद समिति ने एक आपात बैठक में रथयात्रा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। गजपति महाराज ने एक वीडियो संदेश में कहा समिति के सदस्यों ने कहा कि 12वीं शताब्दी का मंदिर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी बंद के दिशानिर्देशों का पालन करेगा। इसलिये मंदिर के बाहर होने वाली सभी गतिविधियों तीन मई से पहले नहीं होंगी।
भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा 1736 से लगातार होती आ रही है। ओडिशा के विपक्षी दलों - कांग्रेस और भाजपा - ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वह रथ यात्रा के संबंध में जल्द से जल्द निर्णय ले। तय कार्यक्रम के अनुसार, रथों के निर्माण का काम 26 अप्रैल से शुरू होना चाहिए जबकि प्रसिद्ध स्नान यात्रा जून की शुरुआत में होगी। पुरी में 12 वीं सदी का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए 22 मार्च से बंद है, हालांकि पुजारी हमेशा की तरह मंदिर में अनुष्ठान कर रहे हैं।
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भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर फिलहाल अनिश्चय, सीएम पटनायक ने की पीएम मोदी से बात