नई दिल्ली । कोरोना वायरस के कारण दिल्ली के चिड़ियाघर में सफेद बाघिन कल्पना की मौत नहीं हुई थी। बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) से आई जांच रिपोर्ट में बाघिन रिपोर्ट में कोविड़-19 नेगेटिव मिली है। पर्यावरण मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि आईवीआरआई से शुक्रवार को बाघिन की कोविड़-19 टेस्ट की रिपोर्ट मिली। इसके बाद सभी आशंकाएं खत्म हो गईं हैं। दरअसल बीते मंगलवार को बाघिन कल्पना की सेहत खराब हो गई थी और अगले ही दिन बुधवार को उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों और चिड़ियाघर प्रशासन ने किडनी फेल होने और उम्र अधिक होने से मौत के पीछे वजह बताई थी। उन्होंने कहा कि वैसे तो बाघिन में कोरोना वायरस के किसी तरह के कोई लक्षण नहीं दिखे थे। फिर भी चिड़िया घर प्रशासन ने ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) को भेजा था। शुक्रवार की शाम आईवीआरआई ने रिपोर्ट भेज दी। जिसमें बाघिन नेगेटिव मिली है।
गौरतलब है कि साल 2008 में ओडिशा के नंदन कानन में कल्पना बाघिन का जन्म हुआ था। वहां से एक बाघ विजय के साथ कल्पना को दिल्ली के चिड़ियाघर में लाया गया था। दिल्ली के चिड़ियाघर में इस बाघिन ने 7 बच्चों को जन्म दिया। बीते मंगलवार को बाघिन का स्वास्थ्य खराब होने के बाद टाइगर विशेषज्ञ एपी श्रीवास्तव की भी वीडियो कॉल से मदद ली गई थी। तीन अन्य चिकित्सक इलाज में लगे थे। मगर बाघिन को नहीं बचाया जा सका था।
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सफेद बाघिन कल्पना की मौत कोरोना से नहीं