नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किए गए आरोग्य सेतु ऐप को अधिक से अधिक लोगों के फोन तक पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार राजधानी में प्रवेश करने के लिए इसे जरूरी बनाने की सिफारिश पर विचार कर रही है। शुक्रवार को कोविड -19 महामारी के प्रसार पर उपराज्यपाल अनिल बैजल की समीक्षा बैठक में इसकी सिफारिश की गई थी। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ। सुरजीत कुमार सिंह, जिन्हें दिल्ली सरकार को सलाह देने के लिए कहा गया था उन्होंने अपनी सिफारिश में कहा कि सरकार लोगों को राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति तभी दे जब उन्होंने अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप इंस्टॉल किया हो। डॉ. सुरजीत सिंह ने राजधानी दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों तक टेस्ट का दायरा बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने 3, 5वें और 14वें दिन टेस्ट करने का भी समर्थन किया ताकि कोविड-19 पॉजिटिव एक भी व्यक्ति झूठी रिपोर्ट जारी न हो। इस बैठक में उपराज्यपाल बैजल ने बड़े कंटेनमेंट जोंस के भीतर माइक्रो ट्रांसमिशन को रोकने के लिए सुरक्षित क्षेत्रों को युक्तिसंगत बनाने का निर्णय लिया। एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि सरकार ने अभी तक आरोग्य सेतु की सिफारिश पर निर्णय नहीं लिया है, लेकिन अभी इसे नजरअंदाज भी नहीं किया गया है। मोबाइल एप्लिकेशन को अनिवार्य करने में सबसे बड़ी बाधा यह होगी कि लाखों लोग ऐसे हो सकते हैं जिनके पास स्मार्टफोन नहीं हो। आरोग्य सेतु ऐप को शुक्रवार शाम तक 75 मिलियन फोन पर डाउनलोड किया जा चुका है। भारत में 1.2 बिलियन मोबाइल फोन हैं और इनमें से केवल 350 मिलियन लोगों के पास ही स्मार्टफोन हैं। एक अधिकारी ने कहा कि हमें बताया गया है कि दिल्ली में 80 प्रतिशत मोबाइल स्मार्टफोन हैं। डॉ. सुरजीत कुमार सिंह मोबाइल एप्लिकेशन को आगे बढ़ाने वाले पहले व्यक्ति नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 2 अप्रैल को लॉन्च किए गए आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करने के लिए लोगों से अपील कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ग्राम प्रधानों के एक समूह से बात करने के दौरान भी लोगों से आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करने का आग्रह किया था। इससे पहले से प्रमुख हवाई अड्डों और दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा संभाल रहे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल भी आरोग्य सेतु ऐप को जरूरी बनाने की सिफारिश कर चुका है।