मुंबई,। मुंबई धारावी इलाके में कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए उक्त इलाके में बंद करीब 350 क्लीनिक को अब प्रशासन की मदद से दोबारा से शुरू किया गया है. उम्मीद की जा रही है कि इससे कोरोना संक्रमण संबंधित जानकारी मिल पाएगी. दरअसल हाल ही में प्रशासन के साथ हुई बैठक में डॉक्टरों को पूरी मदद करने का भरोसा दिया गया. जिसके बाद सोमवार से क्लीनिक को दोबारा से शुरू किया गया है. डॉक्टर अनिल पासलेकर का कहना है कि करीब 350 निजी क्लीनिक को शुरू किया गया है जहां पर कोई भी मरीज़ इलाज के लिए आ सकता है. और अगर किसी में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसकी जानकारी प्रशासन तक पहुंचाई जाएगी ताकि संक्रमण को रोका जा सके. धारावी में बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन की ओर से कोशिश यही है कि संक्रमण को रोका जा सके और इसलिए अबतक अकेले धारावी में ४७ हजार ५०० लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, इसके अलावा प्रशासन की ओर से एचसीक्यू दवाई बांटने का काम शुरू किया गया है. इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन में बेड को 1000 से बढ़ाकर 2300 किया गया है, साथ ही एक निजी स्कूल में भी 700 बेड की व्यवस्था की गई है. 350 क्लीनिक के डॉक्टरों को पीपीई किट दिया जा रहा है. बता दें कि धारावी में सभी क्लीनिक बंद होने की वजह से नागरिकों को सायन अस्पताल जाना पड़ता था. कोई बीमार हो या किसी तरह की दूसरी परेशानी. तब भी उन्हें सायन अस्पताल ही जाना पड़ता था. अगर कोई कोरोना का मरीज़ होता है तो उसे भर्ती करने में दो से तीन दिन लग जाता था और उतने समय में संक्रमण और फैल जाता है. धारावी में बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन भी एक्टिव है. इसकी गंभीरता को समझते हुए केंद्र से आई डॉक्टरों और एक्सपर्ट की टीम ने भी सबसे पहले धारावी में ही जाकर हालात का जायज़ा लिया था. प्रशासन धारावी में संक्रमण को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और इलाके में दोबारा क्लीनिक खोलना उसी प्रयास का एक हिस्सा है.
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कोरोना संकट पर काबू पाने हेतु धारावी में दोबारा खोले गए 350 क्लीनिक