शीर्ष भारतीय पुरुष एकल बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने यहां इंडिया ओपन के फाइनल में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ मिली हार के कारणों का खुलासा किया है। श्रीकांत ने कहा कि वह अपने खेल में कुछ नया नहीं पर पाए और इसी कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी एक्सेलसन ने श्रीकांत को 21-7 22-20 से हराकर दूसरी बार खिताब अपने नाम किया है। श्रीकांत ने कहा,‘‘मुझे लगता है कि मैं कुछ अलग नहीं कर पाया और इसलिए मुझे हार का सामना करना पड़ा। मुझे कुछ अलग करना चाहिए था। वह मुझे आक्रामक होकर खेलने का मौका ही नहीं दे रहा था।’’उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मैच की काफी धीमी शुरुआत की और मेरी मूवमेंट भी धीमी थी। वहीं विरोधी खिलाड़ी ने काफी अच्छी शुरुआत की और पहले गेम में अधिकांश समय वह प्रभावशाली था। वह मुझे आक्रामक होकर खेलने का मौका ही नहीं दे रहा था।’’इस हार के साथ श्रीकांत 17 महीने के खिताबी सूखे को खत्म करने में नाकाम रहे। उन्होंने पिछली बार सुपर सीरीज स्तर के टूर्नामेंट में अक्टूबर 2017 में जगह बनाई थी और तब फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने में सफल रहे थे।
श्रीकांत ने स्वीकार किया कि उन्होंने एक्सेलसन को काफी मौके दिए। दुनिया के सातवें नंबर के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैंने पहले गेम में उसे तेजी दिखाने के कई मौके दे दिए। दूसरे गेम में मैंने बेहतर प्रदर्शन किया और अगर मैच निर्णायक गेम में जाता तो शायद मेरे पास बेहतर मौका होता। पिछले एक हफ्ते में अपने प्रदर्शन से मैं काफी खुश हूं।’’पूर्व विश्व चैंपियन एक्सेलसन ने कहा कि श्रीकांत दूसरे गेम में मजबूत वापसी करने में सफल रहा और अगर वह इसे जीत जाता तो मैच का परिणाम कुछ भी हो सकता था।
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श्रीकांत ने हार के कारणों का खुलासा किया