राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह अपने एक बयान की वजह से मुसीबत में घिर गए हैं। चुनाव में भाजपा की जीत से जुड़ा बयान देने को लेकर चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है। दरअसल, कल्याण सिंह ने पिछले सप्ताह भाजपा कार्यकर्ताओँ से बातचीत में कहा था कि नरेंद्र मोदी देश और समाज की जरूरत हैं। उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री बनना चाहिए। उनके इस बयान को विपक्षी दलों ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करार देते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इन शिकायतों पर विचार करने के बाद आयोग ने कल्याण सिंह की शिकायत राष्ट्रपति से की है।
कल्याण सिंह संवैधानिक पद पर हैं, इसलिए उनके संबंध में कोई भी फैसला राष्ट्रपति ही ले सकते हैं। पिछले दिनों अपने गृह जिले अलीगढ़ पहुंचे कल्याण सिंह ने कहा था हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। हम निश्चित तौर पर चाहते हैं कि भाजपा जीते। हम चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने कहा कि देश और समाज के लिए जरूरी है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनें।
कल्याण सिंह के बयान पर ऐतराज जताते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि कल्याण सिंह के प्रति हमारे मन में पूरा सम्मान है। वह संवैधानिक पद पर हैं और गवर्नरों से यह उम्मीद की जाती है कि वे पक्षपात पूर्ण रवैया नहीं अपनाएंगे। सूबे के डेप्युटी मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कल्याण सिंह के बयान को संवैधानिक जिम्मेदारी के विपरीत और उसका उल्लंघन करार दिया था। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि गवर्नर खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बता रहे हैं। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने 1999 में भाजपा छोड़ दी थी, लेकिन 2004 में वह फिर पार्टी में वापस लौटे। 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के गठन के बाद 87 वर्षीय हिंदूवादी नेता को राजस्थान के गर्वनर की जिम्मेदारी दी गई थी।
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राजस्थान के राज्यपाल ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताया, आयोग ने राष्ट्रपति से की शिकायत