YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

कांग्रेस ने 2019 लोस चुनाव के लिए जारी किया 'जन आवाज' घोषणा-पत्र

कांग्रेस ने 2019 लोस चुनाव के लिए जारी किया 'जन आवाज' घोषणा-पत्र

2019 लोकसभा के आम चुनावों के लिए उत्साहित कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी किया जिसमें न्यूनतम आय योजना (न्याय) और स्वास्थ्य के अधिकार के साथ किसान कल्याण तथा दलितों एवं ओबोसी समुदायों के लिए कई प्रमुख वादे शामिल हैं। घोषणा पत्र कांग्रेस दफ्तर के राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित परिसर में जारी किया गया। घोषणा पत्र के ऐलान के वक्त पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, आनंद शर्मा, सुशील कुमार शिंदे, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत अग्रिम पंक्ति के कई नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र को ‘जन आवाज’ का नाम दिया है जबकि इसके कवर पेज पर लिखा है ‘हम निभाएंगे’। राहुल ने कहा कि हमारे घोषणापत्र में सिर्फ पांच बातों पर फोकस है। गरीबी पर वार, रोजगार, किसान, शिक्षा, स्वास्थ और सुरक्षा। कांग्रेस ने 'हम निभाएंगे' के वादे के साथ न्यूनतम आय योजना, रोजगार सृजन और किसानों के लिए अलग बजट समेत 5 बड़े ऐलान किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मेनिफेस्टो जारी करते हुए सत्ता में आने पर 20 फीसदी गरीबों के लिए 'न्यूनतम आय योजना' शुरू करने का वादा किया। इसके तहत गरीब तबके के लोगों को प्रति माह 6 हजार रुपये दिए जाएंगे। पार्टी ने अपने इस घोषणापत्र को 'जन आवाज' नाम दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमने अपने चुनाव चिन्ह हाथ की थीम को ध्यान में रखते हुए 5 बड़े वादों को इसमें शामिल किया है। 
घोषणापत्र की विशेष बातें-
-घोषणापत्र का पहला वादा गरीबी पर वार। सबसे पहले बात न्याय की आय, जिसके जरिए सभी के खातों में पैसा डाले जाएंगे, "गरीबी पर वार, 72 हजार" ये पैसे हर साल दिए जाएंगे। इससे सीधे तौर पर अर्थव्यवस्था को फायदा मिलेगा।
-हमारी सरकार 2020 तक 22 लाख सरकारी पद भरेगी। 10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोजगार दिया जाएगा। मनरोगा में भी 150 दिन के रोजगार की गारंटी होगी। युवाओं को रोजगार के लिए 3 साल तक अनुमति की जरूरत नहीं होगी। रोजगार देने वालों को भी हमारी सरकार मदद देगी।
किसानों के लिए अलग से बजट लाया जाएगा ताकि उन्हें पता चल सके कि उनके लिए कितना खर्च हो रहा है। अगर किसान कर्ज नहीं चुका पाते हैं तो उन पर आपराधिक मुकद्दमा नहीं चलेगा बल्कि सिविल मुकदमा के तहत आएगा।
-शिक्षा के लिए राहुल ने कहा कि हम 6 फीसदी से अधिक शिक्षा पर खर्च करेंगे।
-राहुल ने कहा कि हम प्राइवेट इंशोरेंस भरोसा नहीं करते हैं, गरीब व्यक्ति को भी हाई क्वालिटी अस्पताल का एक्सेस हो। हम सरकारी अस्पतालों को और मजबूत करेंगे। इसके साथ ही देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंरिक सुरक्षा पर कांग्रेस का पूरा फोकस होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम हर दिन प्रधानमंत्री के तमाम झूठ सुनते हैं। इसलिए हमारा कहना है कि हम अपने वादे को निभाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि इस घोषणापत्र को एक साल की कड़ी मेहनत से लोगों की राय लेकर तैयार किया गया है। पार्टी ने अपने घोषणापत्र का शीर्षक भी 'हम निभाएंगे' रखा है।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के इस घोषणापत्र की चर्चा देश भर में होगी। गरीबों के कल्याण को इसमें जगह दी गई है। यह आगे बढ़ने वाला घोषणा पत्र है, जिसमें गरीबों, छात्रों, किसानों और अल्पसंख्यकों समेत समाज के सभी वर्गों के कल्याण का ध्यान रखा गया है। हम लोगों को यह बताने जा रहे हैं कि बीते 5 सालों के बीजेपी राज में कैसे किसानों और गरीबों के हितों की अनदेखी हुई है और हम कैसे देश को आगे ले जाने वाले हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने यह घोषणापत्र जारी किया। इस दौरान कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, पूर्व डिफेंस मिनिस्टर एके. एंटनी, प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला, आरपीएन सिंह, दिल्ली की प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत समेत तमाम दिग्गज नेता मौजूद थे।
अमर्त्य सेन की सलाह से चिदंबरम की कमेटी ने तैयार किया घोषणापत्र:
कांग्रेस पार्टी का यह घोषणा पत्र पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के नेतृत्व वाली कमेटी ने तीन महीने में तैयार किया है। इस किया को तैयार करने में कांग्रेस ने अमर्त्य सेन सरीखे दिग्गज अर्थशास्त्रियों से सलाह ली थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक गरीबों को प्रति महीने 6,000 रुपये दिए जाने की स्कीम भी अमर्त्य सेन की सलाह पर ही जारी करने की बात कही गई है।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने टीमों को भेजकर देश के तमाम हिस्सों में गरीबों, महिलाओं, बुजुर्गों, कर्मचारियों समेत सभी वर्गों की राय ली और फिर मेनिफेस्टो तैयार किया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हर साल गरीबों को 6,000 रुपये देने का ऐलान किया है, जबकि कांग्रेस ने हर महीने इतनी रकम देने की बात कही है। इससे कांग्रेस और भाजपा के बीच का अंतर पता चलता है। 

Related Posts