नई दिल्ली । कोरोना वॉरियर्स दिन-रात देश और देशवासियों की सुरक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगाकर ड्यूटी पर तैनात है। आपको पुलिस और पैरामिलिट्री के जवान सड़क पर देश की सुरक्षा करते मिलेंगे। इन सभी जवानों के घर और परिवार भी हैं लेकिन उन सब को छोड़कर यह लोग पूरे देश और देशवासियों की रक्षा करने के लिए दिन-रात लगे हुए हैं। इनमें वह लोग भी हैं, जो एक दिन भी अपने परिवार से मिलने नहीं गए हैं। दिल्ली पुलिस के डीसीपी शाहदरा, डी.के.गुप्ता ने 3 महिला पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। जिनमें पुलिस कांस्टेबल मधु, मंजू और खेलन्ति शामिल हैं। यह तीनों वो महिला पुलिस जवान हैं, जो अपने परिवार से मीलों दूर दिल्ली में पुलिस बैरक में रह रही हैं और पिछले लगभग ढाई महीने से एक बार भी अपने परिवार से मिलने नहीं गई हैं। इस बारे में बात करते हुए मधु ने बताया, 'जब कोरोना महामारी का प्रकोप देश पर पड़ा, तब प्रण किया था कि जब तक देश और देशवासी इस महामारी से जीतने में सफल ना हो जाएं तब तक अपनी ड्यूटी निरंतर करती रहूंगी।
वहीं मंजू ने कहा, 'देश सर्वोपरि है और देश के लोगों की हिफाजत करना पहला फर्ज है इसीलिए अपने परिवार को छोड़कर दिन-रात दिल्ली में ड्यूटी कर रही हूं। वो लगातार अपने परिवार वालों के संपर्क में हैं और उनसे वीडियो कॉलिंग और चैट के माध्यम से बात करती रहती हैं। कई बार उनका मन घर जाने का हुआ लेकिन देश और देशवासियों के लिए उन्होंने अपने मन को समझाया कि इस समय सबसे महत्वपूर्ण है देश की हिफाजत करना है।
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कोरोना वॉरियर्स को ड्यूटी छोड़कर घर जाना मंजूर नहीं, डीसीपी ने किया सम्मानित