वैज्ञानिकों ने पाया है कि वायु प्रदूषण की वजह से लोगों को मधुमेह की समस्या होती है। एक अनुमान के मुताबिक साल 2016 में वायु प्रदूषण की वजह से दुनियाभर में 32 लाख लोगों को मधुमेह की बीमारी हुई और यह स्थित हर साल बरकरार है। शोधकर्ताओं ने अमेरिका के 17 लाख बुजुर्गों को एक दशक तक निगरानी में रखा। जिसमें उनमें मधुमेह की समस्या की संभावना के आंकड़े दर्ज किए गए। साथ ही इन शोधकर्ताओं ने अमेरिका पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी और नासा से वायु प्रदूषण के आंकड़े जुटाए, ताकि मधुमेह और वायु प्रदूषण के बीच का संबंध देखा जा सके। इसमें पाया गया कि दुनियाभर में मधुमेह के मरीजों में 14 प्रतिशत नये मरीजों में यह समस्या वायु प्रदूषण के कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आजकल दुनियाभर में 422 मिलियन लोग टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित हैं। इस रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि भारत, पाकिस्तान और चीन जैसे अति प्रदूषित देशों में वायु प्रदूषण की वजह से मधुमेह होने के मामले ज्यादा हैं। जबकि कम प्रदूषित देशों में यह खतरा कम है। वायु प्रदूषण एक खतरनाक समस्या है, जो कि प्रतिदिन लोगों को अस्वस्थ बना रही है। इसकी वजह से कई त्वचा, श्वास और हृदय संबंधी बीमारियां होती हैं।
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वायु प्रदूषण की वजह से हो रहा मधुमेह -साल 2016 में दुनियाभर में 32 लाख लोगों को मधुमेह