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महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव, बीजेपी ने दिग्गज नेताओं को किया नजर अंदाज 

महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव, बीजेपी ने दिग्गज नेताओं को किया नजर अंदाज 

मुंबई, । आगामी 21 मई को महाराष्ट्र में होने वाले विधान परिषद की ९ सीटों के चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने पत्ते खोल दिए हैं. विधान परिषद के चुनाव में बीजेपी ने अपने पुराने और दिग्गज नेताओं को नजर अंदाज कर नए चेहरों को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने चार एमएलसी सीटों के लिए अपने प्रत्याशी के नाम को अंतिम रूप दिया है. बीजेपी  ने जिन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया है उनके नाम हैं डॉ. अजित गोपछडे, प्रवीण डटके, गोपीचंद पडलकर और रणजीत सिंह मोहित पाटिल। गोपीचंद पडलकर वंचित बहुजन आघाडी छोड़कर हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं, जबकि रणजीत सिंह मोहित पाटिल एनसीपी से बीजेपी में आए हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी के कई दिग्गज नेता, जो विधानसभा चुनाव हार गए थे वो विधान परिषद टिकट के संभावित दावेदार माने जा रहे थे. इनमें पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से, दिवंगत गोपीनाथ मुडें की बेटी पंकजा मुंडे और पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनपुरे मुख्य रूप से विधान परिषद के लिए लॉबिंग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है. बता दें कि पंकजा मुंडे विधानसभा चुनाव हार गई थी और एकनाथ खड़से और चंद्रशेखर बावनपुरे को बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था. ये तीनों पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के विरोधी गुट के माने जाते हैं. विधानसभा चुनाव के बाद से पंकजा और एकनाथ खड़से तो खुलकर बागी रुख अख्तियार किए हुए हैं. जबकि चंद्रशेखर बावनपुरे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के करीबी नेता माने जाते हैं. ऐसे में अब देखना है कि वे अगला क्या सियासी कदम उठाते हैं. गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में विधान परिषद की 9 सीटों के लिए चुनाव होने हैं. ये सीटें 24 अप्रैल को खाली हुई थी. लेकिन कोरोना वायरस के चलते समय पर चुनाव नहीं कराए जा सके. पिछले हफ्ते चुनाव आयोग ने यहां चुनाव कराने को लेकर हरी झंडी दी थी. चुनाव के दौरान कोरोना से बचने के लिए सारे गाइडलाइंस को फॉलो किए जाएंगे.
- महाराष्ट्र में दलगत स्थिति 
महाराष्ट्र के कुल 288 सदस्यीय विधानसभा में सत्ताधारी महा विकास अघाड़ी को 170 विधायकों का समर्थन हासिल है. इनमें शिवसेना के 56 विधायक, एनसीपी के 54 विधायक, कांग्रेस के 44 विधायक और अन्य 16 विधायक उनके साथ हैं. वहीं, बीजेपी के नेतृत्व वाले विपक्ष के पास 115 विधायक हैं जबकि 2  एआईएमआईएम और एक मनसे के विधायक हैं. विधान परिषद की एक सीट के लिए तकरीबन 32 वोटों की प्रथम वरियता के आधार पर जरूरत होगी. इस लिहाज से महा अघाड़ी छह सीटों को लेकर समीकरण बना रही है. वहीं बीजेपी की नजर भी चार सीटों पर है. इसके लिए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों की नजर निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों पर है.
 

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