लखनऊ । लॉकडाउन के इस दौर में रमजान का महीना अब खत्म होने वाला हैं। इस महीने में अभी तक मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ी गई, लेकिन रमजान के आखिरी शुक्रवार को अलविदा की नमाज पढ़ाई जाती है, जिसमें बड़ी तादाद में लोग नमाज पढ़ने मस्जिदों में आते हैं। मगर, इस बार ऐसा कर पाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में दारुल उलूम फरंगी महल की तरफ से एक फतवा जारी किया गया है। फतवा जारी करते हुए ईदगाह के इमाम और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो लोग जिस तरह अभी घरों में नमाज पढ़ रहे हैं, उसी तरह अलविदा और ईद की नमाज भी घरों में ही अदा करें। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि ईद की नमाज के लिए नए कपड़ों की जरूरत नहीं है, जो भी कपड़ा अच्छा हो उसे पहनकर नमाज पढ़ी जाए। जिस तरह मस्जिदों में अभी 4 से 5 लोग नमाज अदा कर रहे हैं, वही लोग ईद और अलविदा की नमाज भी पढ़ेंगे। लोगों से अपील करते हुए मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि ईद की खुशी अपने घर में मनाएं। न ही किसी के घर जाएं। न ही किसी से हाथ मिलाएं और न ही किसी के गले मिलें। मोबाइल के जरिए ही दोस्तों रिश्तेदारों को ईद की मुबारकबाद दें।
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लॉकडाउन में ईद को लेकर परेशान हैं दारुल उलूम