मुंबई, । महाराष्ट्र में कोरोना का कहर थम नहीं रहा है. अब राज्य के सरकारी स्कूलों के कर्मचारियों की कोविड-१९ से जुड़े कामों में ड्यूटी पर लगाने का फैसला किया गया है. महाराष्ट्र शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार को जारी एक पत्र में राज्य के सभी सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रधानाचार्यों से शिक्षकों की जानकारी भेजने के लिए कहा गया है, ताकि यदि जरूरी हो तो उन्हें कोविड-19 से जुड़ी ड्यूटी पर लगाया जा सके. पत्र में कहा गया है, “राज्य में मामलों की बढ़ती संख्या के साथ, मनपा, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में कई कोविड केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. इसके लिए शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की सेवाओं की आवश्यकता होगी. इस प्रकार प्रधानाचार्य अपने कर्मचारियों के विवरण प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित होते हैं.“
- शिक्षकों के लिए क्या होगा काम, पत्र में नहीं बताया गया
पिछले हफ्ते, मुंबई मनपा के शिक्षा विभाग ने अपने कर्मचारियों को काम करने के लिए कहा था क्योंकि अधिकांश नगरपालिका स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर में बदल दिया गया था. अधिकारियों ने कहा कि कई शिक्षक काम करने के लिए सामने नहीं आए. "कई लोगों ने कहा कि वे शहर में नहीं हैं क्योंकि वे लॉकडाउन से पहले अपने गृह नगर चले गए थे. हमने उन्हें तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा है."
हालांकि जारी किए पत्र में यह नहीं बताया गया है कि इन कर्मचारियों से क्या काम कराया जाएगा. शिक्षा विभाग के सूत्रों ने कहा है कि यह कार्य स्कूलों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर के मैनेजमेंट से जुड़ा हो सकता है.
- शिक्षकों को सुरक्षा गियर की आवश्यकता
शिक्षकों ने कहा कि जब वे कोविड-१९ से संबंधित ड्यूटी के लिए तैयार हैं, तो उन्हें सरकार से सुरक्षा गियर की आवश्यकता है. शिक्षकों ने “हमें पीपीई किट, पिक अप और ड्रॉप सुविधा और बीमा कवर दिया जाना चाहिए. अगर यह दिया जाता है, तो इन कर्तव्यों को पूरा करने में कोई समस्या नहीं है.”
रीजनल वेस्ट
महाराष्ट्र के सरकारी स्कूलों के कर्मचारियों की कोविड-१९ से जुड़े कामों में लगेगी ड्यूटी