मुम्बई । कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन से सभी क्रिकेट बोर्ड आर्थिक संकट में आ गये हैं और ऐसे में चाहते हैं कि जल्द ही खेल फिर शुरु हो जायें। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) वैसे तो दुनिया का सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड माना जाता है पर कोरोना के कारण हुए आर्थिक नुकसान से वह भी बच नहीं पाया है। बीसीसीआई को आईपीएल से अच्छी-खासी कमाई हो जाती थी पर कोरोना महामारी के कारण आईपीएल को भी स्थगित करना पड़ा है, ऐसे में बीसीसीआई की चिन्ताएं बढ़ गयी हैं। बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा है कि अगर आईपीएल का आयोजन नहीं होता है तो बीसीसीआई को 4 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होगा। ऐसे में इस नुकसान की भरपाई के लिए बीसीसीआई द्विपक्षीय सीरीज खेलने पर ज्यादा जोर देगा। धूमल ने कहा कि अगर कोई विंडो मिलती है तो हम पहली वरीयता आईपीएल के आयोजन को देंगे। पहले से ही आईसीसी का आठ साल का भविष्य दौरा प्रोग्राम बना हुआ है, जो 2023 तक का है। धूमल ने कहा कि एक बार क्रिकेट फिर शुरू हो जाए, तो हम सभी बोर्ड से बात करेंगे और एक दूसरे की मदद करेंगे। धूमल ने कहा कि लगभग सभी बोर्ड वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं, ऐसे में निकट भविष्य में आईसीसी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की बजाय द्विपक्षीय सीरीज खेलने पर विचार करेगा क्योंकि इससे अधिक कमाई की जा सकती है। साथ ही कहा कि अगर क्रिकेट बोर्ड तंगी की हालत में रहेंगे तो आईसीसी पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा। आईसीसी भी अपने बल पर ही सभी क्रिकेट बोर्डों की सहायता नहीं कर सकता।
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क्रिकेट फिर शुरु होने पर द्विपक्षीय सीरीज खेलने को प्राथमिकता देगा बीसीसीआई