राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक हलफनामे पर यह वादा करते हुए हस्ताक्षर करना होगा कि लोकसभा चुनाव के बाद वह सरकार बनाने के लिए उन 23 विपक्षी पार्टियों से सहायता नहीं लेंगे, जिन्हें उन्होंने भ्रष्ट और चोर बताया है। बता दें कि तेजस्वी विपक्ष के उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से धरना स्थल पर मुलाकात की और जनसभा को संबोधित किया। इससे पहले यादव 19 जनवरी को बनर्जी की ओर से आयोजित विपक्ष की रैली में भी हिस्सा ले चुके हैं। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों की तुलना चोरों के एक झुंड से की थी और इन सभी पर भ्रष्टाचार में लिप्त होकर देश का धन लूटने का आरोप लगाया था। तेजस्वी ने कहा, आज भाजपा के सभी नेता कह रहे हैं कि विपक्षी पार्टियों का संघीय मोर्चा बनाने के लिए चोरों का एक झुंड साथ आया है। मैं मोदीजी, अरुण जेटलीजी, अमित शाह जी और रवि शंकर प्रदास जी से आग्रह करूंगा कि वह 23 विपक्षी पार्टियों में से किसी के साथ भी सरकार बनाने के लिए मदद नहीं लेंगे।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने धरना स्थल से संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी और एनडीए के लोग देश को बर्बाद कर रहे हैं। एनडीए को सत्ता में आए अब साढ़े चार साल से ज्यादा समय बीत गया है। लेकिन इस दौरान उन्होंने सिर्फ जुमलेबाजी ही की। तेजस्वी ने इस दौरान सीबीआई की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सीबीआई को सही में अपना काम करना है तो वह अमित शाह के घर पर छापेमारी करे। अमित शाह के बेटे से पूछताछ करे। लेकिन वह ऐसा नहीं करेगी। तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि हम यहां पर संविधान की रक्षा के लिए आए हैं। पीएम मोदी अपने विरोधियों को खत्म कर देना चाहते हैं इसलिए सीबीआई और अन्य एजेंसियों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम ने बीते साढ़े चार साल में क्या किया इसे लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं है।
नेशन
जिन 23 पार्टियों को चोर बताया, सरकार बनाने में भाजपा न ले उनकी मदद : तेजस्वी यादव - तेजस्वी ने शाह के बयान पर मोदी पर किया पलटवार