नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन में राहत दी जानी चाहिए या नहीं इसको लेकर मैंने परसों जनता से सुझाव मांगे थे। 24 घंटों में हमें पौने 5 लाख वॉट्सऐप मैसेज, 10,700 ईमेल और 39,000 फोन से सुझाव मिले हैं। केजरीवाल ने कहा कि हमने तय किया था कि इसका निर्णय एसी कमरों में बैठकर नहीं करेंगे, इसलिए हमने जनता से सुझाव मांगे थे। सीएम ने कहा कि ज्यादातर लोगों ने सुझाव दिया है कि गर्मियों की छुट्टियों तक स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रहना चाहिए। इसके साथ ही होटल भी नहीं खुलने चाहिए, लेकिन रेस्टोरेंट खुलने चाहिए। लोगों का कहना है कि खाने की होम डिलीवरी की इजाजत दे दीजिए। नाई की दुकान, स्पा, सैलून, सिनेमा हॉल और स्विमिंग पूल अभी नहीं खुलने चाहिए इस पर भी लोगों की सहमति है। केजरीवाल ने बताया कि इस पर भी लोगों की आम सहमति है कि सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होनी चाहिए और कई लोगों ने कहा है कि मास्क न पहनने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अधिकतर लोगों ने कहा है कि बसें और मेट्रो चलनी चाहिए, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को 17 मई के बाद लॉकडाउन में ढील देने पर लोगों से अच्छे सुझाव मिले हैं। हमें मार्केट एसोसिएशनों से भी सुझाव मिले हैं और उनमें से ज्यादातर ने ऑड-ईवन आधार पर बाजारों को खोलने की पैरवी की है।
रीजनल नार्थ
दिल्लीवालों का सुझाव- स्कूल-कॉलेज और नाई की दुकान नहीं रेस्टोरेंट्स खुले