
लंदन । साइंटिस्ट ने एक ऐसी दवा तैयार कर ली है,इससे जहरीले से जहरीले सांपों के काटे जाने के बाद भी दवा खाते ही जहर का असर खत्म हो जाएगा। अक्सर ऐसा होता है कि जहरीले सांपों के काटे जाने के बाद लोग अस्पताल के रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि ये दवा खाने के लिए भी होगी। रिसर्चरों ने जानवरों पर इस दवा का प्रयोग करके देख लिया है। इसमें उन्हें सफलता भी मिली है। दवा में जो सक्रिय तत्व है,वहां ‘डाईमेर्काप्रॉल' कहलाता है। रिसर्च टीम ने सांप के जहर के असर को काटने में इस तत्व से लैस दवा को टेस्ट किया। अब तक इस तत्व और इससे मिलते-जुलते तत्व डीपीएमएस (2,3-डाईमेर्काप्टो-1-प्रोपेनसल्फोनिक एसिड) का इस्तेमाल उन मामलों में किया जाता था जहां किसी को आर्सेनिक या पारा जैसे हेवी मेटल का जहरीला असर हो गया हो।
रिसर्चरों के अनुसार, यहीं दोनों वहां सक्रिय तत्व हैं, जो सांप के जहर को काटने में भी काम आ सकते हैं। रिसर्चर की टीम लंबे समय से इसकी तलाश में लगी थी। ‘डाईमेर्काप्रॉल' और डीपीएमएस दोनों सांप के जहर में मौजूद उन खास एंजाइमों के खिलाफ काम करते हैं, जो शरीर में जिंक आयनों के साथ मिलकर बुरा प्रभाव डालते हैं। ये दोनों तत्व शरीर के जिंक आयनों को किसी भी क्रिया से रोक देते हैं। इससे जहर का प्रभाव शरीर में फैल नहीं पाता। अच्छी बात यह है कि डॉक्टर दवा को मुंह से खिलाकर भी सांप के जहर से छुटकारा दिला सकते हैं। अब तक डाईमेर्काप्रॉल जैसे तत्व वाली दवाएं केवल इंजेक्शन के जरिए दी जाती थीं। चूंकि दवा को टैबलेट के रूप में लेना संभव होगा,इसके बाद ये दवा कहीं भी सुलभ हो सकती है और दवा की दुकानों पर मिल जाएगी, तब जिन लोगों को सांप काटेगा, उन्हें इस देने पर वहां जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे या खतरे से बाहर हो जाएंगे।