महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से उत्तर पूर्व मुंबई सीट सीट ही शेष बाकी थी जिस पर भाजपा ने उम्मीदवार घोषित नहीं किया था। अंतत: देर से ही सही इस सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसद किरीट सोमैया का टिकट काटकर नगरसेवक मनोज कोटक को उम्मीदवार घोषित किया है। इसी के साथ किरीट सोमैया को फिर से उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर असमंजस के बादल भी छंट गए हैं। सोमैया का टिकट कटने की वजह कहीं न कहीं शिवसेना से उनकी अनबन भी है। इस सीट पर सोमैया का नाम आने पर शिवसेना ने जमकर विरोध किया था। दरअसल सोमैया ने कुछ समय पहले ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ हमला बोलते हुए उन्हें अपनी और परिवार की संपत्ति के साथ आय के साधन का खुलासा करने को कहा था।
यही नहीं सोमैया ने बृहन्मुंबई महा नगरपालिका में सेना द्वारा चलाए जा रहे 'माफिया' का भंडाफोड़ करने की धमकी तक भी दे डाली थी। सूत्रों के अनुसार, भाजपा नेतृत्व भी मौजूदा सांसद से नाराज था क्योंकि वह लालकृष्ण आडवाणी कैंप से जुड़े हुए माने जाते हैं। साथ ही उन्होंने पार्टी में अपने आक्रामक रवैये से कई लोगों को अलग-थलग कर दिया था। बुधवार को सोमैया ने टिकट कटने के लिए शिवसेना की ओर इशारा किया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी अच्छे के लिए ही बलिदान दिया है। हालांकि मुंबई से एक वरिष्ठ भाजपा ने इसे खारिज किया और कहा कि भाजपा को अपने सहयोगी से आदेश नहीं लेने की जरूरत नहीं है, अगर ऐसी कोई बात होती तो सोमैया का टिकट शुरुआत में ही कट गया होगा।
शिवसेना ने भाजपा द्वारा सोमैया को टिकट देने का विरोध किया था जबकि 2014 में वह 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर सांसद चुने गए थे हालांकि भाजपा के एक नेता ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व उनके कामकाज से तरीके से खुश नहीं था। नेता ने कहा, 'पहले भी सोमैया अक्सर हाईकमान के सामने आक्रामक तरीके से पेश आ चुके हैं जबकि उन्हें कई बार चेतावनी भी जा चुकी है।' नाम न जाहिर करने की शर्त पर नेता ने बताया, वह मुंबई के मुद्दे को बहुत आक्रामक तरीके से पेश करते हैं और ऐसी ही एक घटना रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय में भी हुई थी। यहां तक कि सोमैया अपने बेटे के लिए नगर निगम का टिकट दिलाने के लिए काफी आक्रामक रुख अपनाया था। सोमैया के बेटे नील पार्षद हैं।
नेशन
शिवसेना से अनबन और आक्रामक तेवर की वजह से भाजपा ने काटा किरीट सोमैया का टिकट