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लॉकडाउन इफेक्ट - रिटेल स्टोर में  स्कीम्स-डिस्काउंट गायब, एमआरपी में भी इजाफा

लॉकडाउन इफेक्ट - रिटेल स्टोर में  स्कीम्स-डिस्काउंट गायब, एमआरपी में भी इजाफा

गुड़गांव । कोरोनाकाल में जारी लॉकडाउन के बुरे परिणाम आमजनता के लिए काफी परेशान करने वाले है। इसका असर अब धीरे-धीरे रिटेल स्टोर में भी दिखने लगा है। पहले जहां रिटेल स्टोर में हर छोटे से बड़े सामान में स्कीम नजर आती थी। वहीं, अब स्कीम तो दूर की बात है, सामानों के रेट भी बढ़ गए हैं। सभी डिस्काउंट ऑफर अब हटा दिए गए हैं। इसके साथ ही केवल मेंबरशिप वाले लोगों को ही कुछ फीसदी का फायदा मिल पा रहा है। सभी चीजें एमआरपी पर ही दी जा रही हैं, जबकि पहले बिग बाजार, ईजी-डे, मोर, रिलायंस फ्रेश समेत कई बड़े स्टोर में बाय वन गेट वन, 10 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत तक का फायदा मिलता था। रेलवे रोड स्थित ईजी डे स्टोर संचालक ने बताया कि सामानों के दाम ऊपर से ही बढ़कर आ रहे हैं। डिस्काउंट भी हटा दिए गए हैं। वहीं, बिग बाजार स्टोर संचालक ने बताया कि खरीदारों की संख्या में कमी आई है। लोग एक बार में ही अधिक सामान खरीद कर लेकर जा रहे हैं। स्पेशल प्राइस के टैग भी अब कम ही लगे हुए हैं।
सब्जी मंडी के मुकाबले रिटेल स्टोर में सब्जियों के दाम कई गुना बढ़ा दिए गए हैं। सब्जी मंडी में जहां आलू और टमाटर 20 रुपये किलो तक मिल रहा है वहीं, रिटेल स्टोर में इनका दाम 30 से 35 रुपये किलो है। गुरुद्वारा रोड स्थित सब्जी मंडी के एक विक्रेता दिनेश बताते हैं कि सब्जियों के रेट इन दिनों अपने निम्न स्तर पर हैं। बावजूद इसके मंडी में खरीदारों की संख्या आधी हो गई है। कई रिटेल स्टोर पूरे दिन के लिए नहीं खोले जा रहे हैं, यह दो शिफ्ट में खोले जा रहे हैं। सुबह 4 घंटे के बाद दोपहर बाद भी 3 से 4 घंटे के लिए खुल रहे हैं, ताकि सीमित लोग ही इन स्टोर में आ पाएं। इसके साथ ही स्टोर में एक साथ सभी लोगों को नहीं भेजा जा रहा है। थोक व्यापारियों का कहना है कि मार्केट में इस वक्त सप्लाई की कोई दिक्कत नहीं हैं। उल्टे अब सप्लाई ज्यादा है, मगर डिमांड कम हो गई है। दाल, चावल, चीनी के दामों में बढ़ोतरी हुई है। कुछ चीजों के दाम होलसेल में भी 5-6 रुपये किलो तक बढ़े थे, लेकिन रीटेलर ने वही माल आगे 20-30 रुपये तक बढ़ाकर दे रहे हैं। इससे बाजार में एक नकारात्मक माहौल बनने लगा था। 
 

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