YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल वेस्ट

पश्चिम रेलवे द्वारा दो सेवाओं वाली एक और पार्सल विशेष ट्रेन करम्बेली और न्यू गुवाहाटी के बीच चलाने का निर्णय

पश्चिम रेलवे द्वारा दो सेवाओं वाली एक और पार्सल विशेष ट्रेन करम्बेली और न्यू गुवाहाटी के बीच चलाने का निर्णय

अहमदाबाद | कोरोना वायरस के मद्देनजर घोषित लॉकडाउन अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे की पार्सल विशेष ट्रेनें अपनी समय सारिणी के अनुसार लगातार चलाई जा रही हैं। इनके ज़रिये पश्चिम रेलवे देश भर में चिकित्सा उपकरणों, दवाइयों, खाद्यान्नों आदि जैसी अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है।अपनी दूध विशेष गाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में दूध और दूध उत्पादों की आपूर्ति भी पश्चिम रेलवे द्वारा सुनिश्चित की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे हमेशा अपने ग्राहकों की जरूरतों के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध रही है। इसी क्रम में एक और विशेष पार्सल ट्रेन की दो सेवाऍं करम्बेली और न्यू गुवाहाटी के बीच चलाने का निर्णय लिया गया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर  द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, एक पार्सल विशेष ट्रेन की 2 और सेवाएं करम्बेली और नई गुवाहाटी के बीच चलेंगी। ट्रेन नम्बर 00903 करम्बेली - नई गुवाहाटी पार्सल विशेष ट्रेन 16 मई, 2020 को 18.00 बजे करम्बेली से रवाना होगी और 18 मई, 2020 को 15.30 बजे नई गुवाहाटी पहुंचेगी। इसी तरह, ट्रेन नम्बर 00904 न्यू गुवाहाटी - करम्बेली पार्सल स्पेशल ट्रेन 19 मई, 2020 को नई गुवाहाटी से 05.00 बजे प्रस्थान करेगी और 21 मई, 2020 को 03.20 बजे करम्बेली पहुंचेगी। यह ट्रेन भुसावल जंक्शन, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, कटनी, सतना, पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, पाटलिपुत्र, सोनपुर, कटिहार, न्यू जलपाईगुड़ी और न्यू बोंगाईगाँव स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में रुकेगी। भाकर ने बताया कि 23 मार्च से 14 मई,2020 तक 32,300 टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं को वेस्टर्न रेलवे द्वारा ले जाया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से होने वाली आमदनी लगभग 9.57 करोड़ रुपये रही है। इस परिवहन के तहत, पश्चिम रेलवे द्वारा सत्ताईस दुग्ध स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें लगभग 19800 टन वजन और वैगनों के 100% उपयोग के साथ 3.39 करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई।  इसी तरह, 181 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके लिए अर्जित राजस्व 5.40 करोड़ रुपए रहा। इनके अलावा 78 लाख रु.की आय के लिए 100 % उपयोग के साथ 4 इंडेंटेड रेक भी चलाए गए। श्री भाकर ने बताया कि 22 मार्च से 14 मई, 2020 तक कुल 3782 रेक माल गाड़ियों का इस्तेमाल 7.33 मिलियन टन  आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया है। 7632 मालगाड़ियों को अन्य रेलवे के साथ जोड़ा गया, जिनमें 3841 ट्रेनें सौंपी गईं और 3791 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर ले जाया गया।  पार्सल वैन / रेलवे दूध टैंकरों (आरएमटी) के 214 मिलेनियम पार्सल रेकों को आवश्यक सामग्री जैसे दूध पाउडर, तरल दूध, चिकित्सा आपूर्ति और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं की मांगों का सामना करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा गया है। भाकर ने बताया कि 15 मई, 2020 को देश के विभिन्न हिस्सों के लिए पश्चिम रेलवे से छोड़ी गई दूध की रेक सहित सात पार्सल विशेष ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें ओखा - गुवाहाटी, दादर - भुज, बांद्रा टर्मिनस - ओखा, ओखा - बांद्रा टर्मिनस, राजकोट - कोयंबटूर और मुंबई सेंट्रल - फिरोजपुर विशेष ट्रेनें शामिल हैं। एक दूध की रेक भी पालनपुर से हिंद टर्मिनल तक चली।  उन्होंने कहा कि मार्च, 2020 के बाद से उपनगरीय और गैर-उपनगरीय खंडों सहित समूची पश्चिम रेलवे की कुल कमाई का लॉकडाउन के कारण अनुमानित घाटा  866.49 करोड़ रुपये रहा है। इसके बावजूद, अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के फलस्वरूप पश्चिम रेलवे ने 240.02 करोड़ रुपये की रिफंड राशि वापस करना सुनिश्चित किया है। गौरतलब है कि इस रिफंड राशि में अकेले मुंबई डिवीजन ने 115.96 करोड़ रुपये का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक,पूरी पश्चिम रेलवे पर 37.43 लाख यात्रियों ने  अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार उनकी धनवापसी राशि प्राप्त की है।
 

Related Posts