डाटा लीक को लेकर फेसबुक एक बार फिर चर्चा में आ गई है। अध्ययनकर्तओं के मुताबिक फेसबुक उपयोक्ताओं के डेटा का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐमजॉन के क्लाउड कंप्यूटिंग सर्वर पर सार्वजनिक रूप से नजर आ रहा है। एक साइबर स्पेस फर्म अपगार्ड की रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक के लिए काम करने वाली दो थर्ड पार्टी कंपनियों ने उपयोक्ताओं का डेटा ऐमजॉन के सर्वर पर स्टोर कर दिया है, जिसे पब्लिक आसानी से डाउनलोड कर सकती है। इसमें से एक कंपनी ने 146 गीगाबाइट डेटा कलेक्ट किया है जिसमें उपयोक्ताओं के लाइक्स, कॉमेंट, रिऐक्शन और अकाउंट नेम जैसे 540 मिनियन (54 करोड़) रेकॉर्ड शामिल हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आखिर कितने उपयोक्ताओं का डेटा इसमें शामिल है। वहीं दूसरे ऐप ने करीब 22,000 फेसबुक उपयोक्ताओं का पासवर्ड स्टोर किया है।
अपवार्ड के साइबर रिस्क रिसर्च के डायरेक्टर क्रिस विकरी का कहना है कि यह डेटा फेसबुक इंटीग्रेशन के जरिए इकट्ठा किया गया है। फेसबुक थर्ड पार्टी डिवेलपर्स को किसी ऐप या फिर वेबसाइट पर अपने प्लैटफॉर्म के जरिए साइन इन करने की अनुमति देती है। ऐसे में फेसबुक के पास अपने उपयोक्ताओं के डेटा को सुरक्षित रखने की गारंटी देने का कोई तरीका नहीं होता। गौरतलब है कि पिछले साल फेसबुक पर 2016 में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के चुनाव अभियान के दौरान कैंब्रिज एनालिटिका को निजी डेटा मुहैया कराने के आरोप लगे थे। फेसबुक ने कबूल किया था कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने उसके 8 करोड़ 70 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं का डेटा चुराया था
इकॉनमी
ऐमजॉन के क्लाउड कंप्यूटिंग सर्वर पर सार्वजनिक हुआ फेसबुक के करोड़ों ग्राहकों का डाटा