किसानों को दालों के बाजिव दाम नही मिलने के कारण इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे समय में केंद्र सरकार ने नए वित्त वर्ष में साढ़े छह लाख टन दालों के आयात को मंजूरी दे दी है, जिससे किसानों का संकट और बढ़ सकता है। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत चाले वित्त वर्ष के लिए मूंग और उड़द के डेढ़-डेढ़ लाख टन आयात को और अरहर के दो लाख टन तथा मटर का डेढ लाख टन आयात करने की मंजूरी दी गई है। सरकार ने आयात के जो अनुबंध केंद्र स्तर पर किए हैं, वह इसके अतिरिक्त होगा। ऐसे में अरहर का आयात चार लाख टन के आयात की भी अनुमति दी है जो कि वित्त वर्ष 2018-19 के एक लाख टन से ज्यादा है। कर्नाटक की गुलबर्गा मंडी में अरहर की कीमत पांच हजार से पांच हजार तीन सौं रुपए प्रति क्विंटल चल रही है जबकि केंद्र सरकार ने अरहर का मूल्य 5675 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। दिल्ली की लारेंस रोड मंडी में चने के भाव 4300 से 4400 रुपए और मध्यप्रदेश, राजस्थान में 4000 से 4100 रुपए चल रहे हैं जबकि सरकार ने समर्थन मूल्य 4620 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है।