सिडनी । कोरोना वायरस का सीधा प्रभाव लोगों के जीवन पर दिखाई दे रहा है। कोरोना दौर के बीच दुनिया में जहां घरेलू हिंसा के केसों में वृद्धि हुई है, वहीं सेक्स को लेकर महिलाओं के व्यवहार में बदलाव आया है।एक अध्ययन के अनुसार कोरोना-19 के दौर में महिलाओं की यौन इच्छा में वृद्धि हुई है, लेकिन यौन जीवन की गुणवत्ता में कमी आई है।
अध्ययन में शामिल 58 महिलाओं ने बताया कि उन्होंने महामारी के दौरान प्रति सप्ताह औसतन 2.4 बार संभोग किया, जबकि महामारी से पहले 6-12 महीनों में यह 1.9 बार था।अध्ययन में सामने आया कि कोरोना संकट को देखकर अधिकतर महिलाएं गर्भवती नहीं होना चाहतीं। स्टडी में शामिल महिलाओं में से 32.7 प्रतिशत महामारी से पहले गर्भवती होना चाहती थीं, लेकिन अब तक प्रतिशत घटकर 5.1 प्रतिशत रह गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इसके बावजूद महामारी के दौरान गर्भनिरोधक का उपयोग कम हुआ है।
अध्ययन में पता चला है कि पहले की तुलना में कोरोना संकट के दौरान मासिक धर्म संबंधी बीमारियों से महिलाओं को ज्यादा जूझना पड़ा। महामारी से पहले इसका प्रतिशत 12.1 था जो बढ़कर 27.6 प्रतिशत पहुंच गया। स्टडी टीम के अनुसार, प्रतिभागी महिलाओं का यौन क्रिया आधारित प्रश्नावली का मौजूदा स्कोर महामारी से पूर्व के स्कोर की तुलना में बदतर है। इससे पता चलता है कि कोरोना ने उनकी सेक्स लाइफ को काफी प्रभावित किया है। प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि यौन इच्छा और संभोग की आवृत्ति महामारी के दौरान काफी बढ़ी है, जबकि यौन जीवन की गुणवत्ता में काफी कमी आई है’।
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अध्ययन में खुलासा, कोरोना-19 के दौर में महिलाओं की यौन इच्छा में वृद्धि हुई