फ्रिज या एयर कंडीशनर के इस्तेमाल से अक्सर हम ना चाहते हुए भी ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में योगदान करते हैं। परंतु अब इस मलाल से भी छुटकारा मिलने वाला है। अब फ्रिज व एसी को गैसों की बजाय क्रिस्टल पाउडर के जरिए कूल रखा जाएगा, जिसे कॉस्मेटिक उत्पादों में इस्तेमाल किया जाता है। क्रिस्टल पाउडर कार्बन उत्सर्जन में काफी मददगार साबित होता है। विशेषज्ञों के अनुसार प्लास्टिक क्रिस्टल नामक ठोस पदार्थ वर्तमान में फ्रिज और एसी में इस्तेमाल होने वाली गैसों के मुकाबले कई गुना बेहतर है। खासकर पर्यावरण के लिहाज से। वैज्ञानिकों ने बताया कि सॉलिड क्रिस्टल प्लास्टिक गैसों की तुलना में हरित विकल्प साबित हो सकता है। फ्रिज ठंडा होने के लिए एक लिक्विड और गैस व्यवस्था के बीच गैस का दबाव पड़ता है, जिससे रिएक्शन में हीट कम होती है और कूलिंग बढ़ जाती है। नए सिस्टम में भी यहीं प्रक्रिया होगी, परंतु उसमें क्रिस्टल पाउडर के दबाव को अप्लाई किया जाएगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार प्लास्टिक का इस्तेमाल कॉस्मेटिक आइटम में पहले से हो रहा है।
दुनिया की एक तिहाई बिजली का इस्तेमाल वर्तमान समय में फ्रिज और एयर कंडीशनर के लिए होता है। चाइनीस एकेडमी ऑफ साइंस के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च के वैज्ञानिकों के अनुसार प्लास्टिक क्रिस्टल ना सिर्फ कूलिंग के लिए प्रभावशाली है, बल्कि ऊर्जा की खपत भी इससे कम होती है। पाउडर जैसे टेक्सचर वाले इस क्रिस्टल में एक निओपेंटाइल ग्लाइकोल है, जो किसी अन्य ठोस पदार्थ मुकाबले 10 गुना ज्यादा ऊर्जा अवशोषित करता है। इससे यह साफ है कि कूलिंग करने के मामले में यह ज्यादा प्रभावशाली है।
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अब गैस की जगह पाउडर से ठंडे होंगे एसी और फ्रिज