मुंबई, । रमज़ान के तीस रोज़ों के बाद खुशियों की नई सौगात लेकर आने वाला ईद -उल- फितर यानी ईद का त्यौहार सोमवार को मुंबई सहित समूचे महाराष्ट्र में पूरी अकीदत व एहतराम के साथ मनाया गया. हालांकि इस बार के त्यौहार पर कोरोना की महामारी और लॉकडाउन की बंदिशों का असर साफ़ तौर पर देखने को मिला. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने पवित्र ईद का त्यौहार अपने घरों में नमाज, दुआ कर शांतिपूर्वक मनाया. दरअसल ईद का त्योहार अपने परिवार और करीबियों से मिलने और उनके साथ लजीज पकवान खाने का होता है. लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले 2 माह से मुंबई समेत पूरे देश में लॉकडाउन है. नवरात्रि, गुडीपाडवा के बाद अब ईद के त्यौहार पर कोरोना का असर पड़ा है. ईद के अवसर पर शहर एवं उपनगरों से रौनक गायब रहा. चारों तरफ सन्नाटा पसरा है. लॉकडाउन की बंदिशों ने त्यौहार को फीका कर दिया. हालांकि मुंबई एवं आस-पास के शहरों की मस्जिदों में रोशनाई की गयी है, लेकिन नमाज घरों में ही अदा की गई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी ईद को सादगी से मनाने एवं कोरोना खत्म होने की दुआ मांगने की अपील मुस्लिम समाज के लोगों से की थी.
- पसरा रहा सन्नाटा
दक्षिण मुंबई के नागपाड़ा, भिंड़ी बाजार, मोहम्मद अली रोड, नागपाड़ा, मदनपुरा के अलावा बांद्रा कुर्ला, अंधेरी, घाटकोपर सहित अन्य इलाकों में ईद से पहले सड़कें भीड़ से गुलज़ार रहती थीं. खासी चहल-पहल देखने को मिलती थी. दुकानों में तो तिल रखने की जगह नहीं होती थी और सड़कों पर लंबा जाम लग जाता था, लेकिन इस बार दुकानें लॉक हैं. जेबें डाउन हैं और कोरोना के कहर ने ईद की खुशियों में खलल डाल दिया. इस वजह से चरों तरफ सन्नाटा पसरा रहा. उधर मुस्लिम धर्म गुरुओं ने पहले ही ऐलान किया था कि इस बार ईद का त्यौहार वह सादगी के साथ मनाएंगे. घरों पर ही नमाज़ अदा करेंगे और किसी तरह का जश्न व दावत नहीं करेंगे.
- मोबाइल से दिया ईद की मुबारकबाद
मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा अपने मित्रों, शुभचिंतकों और रिश्तेदारों के घरों पर न जाते हुए मोबाइल कॉल, वीडियो कॉल कर ईद की मुबारकबाद एक दूसरे को दी गई. शहर में रहने वाले अन्य धर्मों के लोग मुस्लिम शुभचिंतकों को अगले साल ईद पर आने की बात कहकर फोन से ही बधाई देते देखे गए. ईद के पवित्र त्यौहार में मीठी सेवइयां का खासा महत्व है. ईद त्यौहार पर सुरक्षा हेतु एक दूसरे के घर नहीं जाने की वजह से सेवइंया नहीं मिल पाने का गम इस बार लाखों लोगों को सता रहा था.
रीजनल वेस्ट
ईद की खुशियों पर कोरोना का असर, घरों में मनाया गया पवित्र ईद पर्व