जम्मू । जम्मू के पहाड़ों पर विराजमान मां वैष्णो देवी से जुड़े श्राइन बोर्ड की ओर से रमजान में मुस्लिमों को सेहरी और इफ्तार का इंतजाम कराए जाने के मामले में विवाद के बाद तूफान खड़ा हो गया है। श्राइन बोर्ड के इस कदम की बजरंग दल ने कड़ी आलोचना की है और बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार को हटाने की मांग की है। जम्मू-कश्मीर बजरंग दल के अध्यक्ष नवीन सूदन ने कहा कि श्राइन बोर्ड ने हिंदुओं के पैसे का गलत इस्तेमाल किया है। उन्होंने सवाल पूछा कि हिंदू मंदिर बोर्ड के पैसे का इस्तेमाल मुस्लिमों के सेहरी और इफ्तार के लिए क्यों किया गया।
कोरोना संकट के दौर में श्राइन बोर्ड ने आशीर्वाद भवन को क्वारंटीन सेंटर में तब्दील कर दिया। इसके साथ ही श्राइन बोर्ड ने क्वारंटीन सेंटर में रह रहे करीब 500 मुस्लिमों के लिए रमजान में सहरी और इफ्तार का इंतजाम किया। ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की भावना का सम्मान करने के लिए श्राइन बोर्ड ने खास इंतजाम किए थे। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ईद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए चना-पूरी और हलवा परोसने का इंतजाम किया था। गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण माता वैष्णो देवी मंदिर बंद हैं और श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए धर्मशाला भी खाली हैं। इस वजह से आशीर्वाद भवन को श्राइन बोर्ड ने क्वारंटीन सेंटर में तब्दील कर दिया गया और यही पर तकरीबन 500 मुस्लिमों को क्वारंटीन किया गया है।
रीजनल नार्थ
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से सेहरी-इफ्तारी पर विवाद, बजरंग दल की सीईओ को हटाने की मांग