नई दिल्ली । कोरोनाकाल के चलते जारी लॉकडाउन के चौथे चरण में कल-कारखाने अभी पूरी रफ्तार से नहीं चल रहे पर गर्मी के तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के बाद दिल्ली में बिजली की डिमांड बढ़ने लगी है। सोमवार को दिल्ली में 5,100 मेगावॉट से अधिक पावर डिमांड रही। इसके पहले रविवार को डिमांड 5,268 मेगावॉट थी। यह हाल तब है, जब इंडस्ट्रीज पूरी रफ्तार से नहीं चल रही हैं। बिजली कंपनियों का कहना है कि सभी इंडस्ट्रीज पूरी तरह से चालू हो जाएं और इसी तरह से तापमान और कुछ दिनों तक बना रहे, तो डिमांड में 6000 मेगावॉट से भी ज्यादा होगी। पिछले साल का अधिकतम डिमांड (7409 मेगावॉट) का रेकॉर्ड भी टूट सकता है।
अधिकारियों का कहना है कि इंडस्ट्रीज के पूरी तरह से रफ्तार पकड़ने के बाद ही दिल्ली में अधिक पावर डिमांड होती है। लेकिन, इस बार तापमान ज्यादा होने के कारण डिमांड में बढ़ोतरी हुई है। कुछ दिन पहले तक गर्मी ज्यादा नहीं थी, तो डिमांड भी कम थी। पिछले साल की तुलना में भी डिमांड कम थी। पिछले साल जब दिल्ली में इंडस्ट्रीज पूरी तरह से चल रही थी, तब 15 मई को दिल्ली में 5,172 मेगावॉट डिमांड दर्ज की गई थी। इस साल इस दिन सिर्फ 3,698 मेगावॉट ही डिमांड रही। 21 मई तक पिछले साल की तुलना में पावर डिमांड कम थी। इसके बाद तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और पावर डिमांड में भी बढ़ोतरी हुई। 24 मई को सबसे अधिक 5,200 मेगावॉट पावर डिमांड रेकॉर्ड की गई।
रीजनल नार्थ
पूरी रफ्तार से नहीं चल रहे कल-कारखाने , पर तापमान बढ़ाएंगा बिजली की मांग