नई दिल्ली । तकरीबन दो महीने से बंद दिल्ली मेट्रो नए नियमों के साथ फिर चलने को तैयार है। कोरोना से मुकाबले और संक्रमण रोकने के लिए मनमानी करने वालों पर सख्ती की जाएगी। महामारी एक्ट के तहत कुछ नए जुर्माने तय होंगे तो कुछ की राशि बढ़ाई जा सकती है। केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने ही नए प्रावधान लागू हो जाएंगे।
संक्रमण रोकने के लिए मेट्रो एक्ट में बदलाव किया जा रहा है। मेट्रो में थूकने पर अभी 200 रुपये जुर्माना है, इसे बढ़ाकर एक हजार रुपये किया जाएगा। मेट्रो को इस संबंध में फिलहाल केंद्र सरकार की ओर से दिशा-निर्देशों का इंतजार है। मंजूरी के बाद ही परिचालन और रखरखाव एक्ट के तहत इस जुर्माने के प्रावधान को अंतिम रूप दिया जाएगा। दिल्ली सरकार ने मेट्रो परिचालन को लेकर जो प्रस्ताव केंद्र को भेजा है, उसके मुताबिक मेट्रो परिचालन के शुरुआती एक सप्ताह में सिर्फ सरकारी कर्मचारियों को ही यात्रा करने का मौका दिया जा सकता है। उसके एक सप्ताह बाद हालात की समीक्षा की जाएगी। अगर सब ठीक चलता रहा तो बाकी लोगों के लिए भी परिचालन शुरू किया जाएगा। इस पर अंतिम फैसला केंद्र सरकार लेगी।
मेट्रो ऐसे लोगों पर भी जुर्माने का प्रावधान कर रही है जो जानबूझकर संक्रमण फैलाने की कोशिश करते दिखेंगे। मसलन ऐसे लोग जो जानबूझकर खांस रहे होंगे, किसी के पास आ-जा रहे होंगे, उनकी मेट्रो निगरानी करेगी और जुर्माने के साथ कार्रवाई करेगी। हालांकि, अभी इस जुर्माने की राशि तय नहीं है। नए जुर्माने के प्रस्ताव में इसे भी शामिल किया जाएगा। नए प्रस्ताव के प्रावधानों के मुताबिक, फेस मास्क पहने बिना मेट्रो या स्टेशन में प्रवेश करने पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सकती है। इतना ही नहीं, यात्रा के दौरान फेस मास्क उतारने पर भी यात्रियों पर जुर्माना लगाया जा सकता है। मेट्रो कर्मचारियों को चालान का अधिकार मिले, इसके लिए भी एक्ट में बदलाव किया जा सकता है।
मेट्रो में परिचालन कैशलेस होगा। काउंटर पर टिकट नहीं मिलेगा। स्टेशनों पर टोकन के लिए लगी टिकट वेंडिंग मशीनें (टीवीएम) भी बंद की जा रही हैं, जिससे लोग कैश के जरिए टोकन लेन-देन न कर सकें। यात्री सिर्फ स्मार्ट कार्ड के जरिए ही यात्रा कर पाएंगे। अभी दिल्ली के कई स्टेशन ऐसे हैं जहां पर सिर्फ टीवीएम से टोकन मिलता था। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कराने के लिए मेट्रो स्टेशन पर पहले की तुलना में 30 सेकेंड अधिक समय के लिए रुकेगी। मेट्रो ट्रेन के अंदर भी सीमित संख्या में ही बैठने की व्यवस्था की गई है। एक कोच में 50 से 60 लोग ही सफर कर पाएंगे। 412 नए कोरोना मरीज मिले हैं। इनके साथ कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 14465 हो गई है। वहीं, 183 मरीज ठीक होकर घर वापस लौट गए। इसके अलावा दिल्ली में 12 और कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई।
रीजनल नार्थ
नए नियमों के साथ फिर से चल सकती है दिल्ली मेट्रो