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हिमाचल प्रदेश में पीपीई किट खरीद घोटाले के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का इस्तीफा

हिमाचल प्रदेश में पीपीई किट खरीद घोटाले के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का इस्तीफा

शिमला । हिमाचल प्रदेश में हुए पीपीई किट खरीद घोटाले के बाद राज्य के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल  ने  बुधवार को  अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया है। नड्डा ने उनका इस्‍तीफा स्‍वीकार कर लिया है।
घोटाले से जुड़ी अधिकारी की बातचीत का कथित ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद स्वास्थ्य निदेशक अजय गुप्ता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जिस वायरल ऑडियो क्लिप के आधार पर स्वास्थ्य निदेशक की गिरफ्तारी हुई है उसमें करोड़ों रुपये के लेनदेन की बात कही जा रही है। कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य निदेशक अजय गुप्ता के निर्देशन में परचेजिंग कमिटी ने 9 करोड़ के सप्लाई ऑर्डर दिए थे। इसमें मोहाली की एक ही फर्म को पांच हजार पीपीई किट का ऑर्डर दिया गया था। हालांकि देशभर की 40 कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। खास है कि ऑडियो में पांच लाख की दलाली भी इन्हीं पीपीई किट की डील के लिए की जा रही थी। दरअसल कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार ने निदेशालय और जिला स्तर पर खरीद की छूट दे रखी थी। विजिलेंस का कहना है कि हेल्थ डिपार्टमेंट में हुई इस दलाली के तार जिला स्तर तक जुड़े हैं। 
राजीव बिन्दल ने जेपी नड्डा को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा, 'बीते दिनों स्वास्थ्य निदेशक की कथित ऑडियो क्लिप वायरल हुई जिसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस विभाग इस मामले की जांच कर रहा है, मगर इसी बीच कुछ लोग बीजेपी की ओर भी उंगलियां उठा रहे हैं। मैं बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष हूं और चाहता हूं कि इसकी पूरी और निष्पक्ष जांच हो। इसलिए उच्च नैतिक मूल्यों के आधार पर मैं इस्तीफा दे रहा हूं।'
बिन्दल ने पत्र में कहा, 'इस प्रकरण का बीजेपी हिमाचल प्रदेश से कोई लेना-देना नहीं है। इसे बीजेपी से जोड़ना सरासर अन्याय है और कोरोना महामारी के दौरान बीजेपी द्वारा की गई समाजसेवा का भी अपमान है। याद रहे मैं सिर्फ उच्च नैतिक मूल्यों के आधार पर इस्तीफा दे रहा हूं।'
हिमाचल प्रदेश में पीपीई खरीद घोटाले का यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया था। इस मामले की शिकायत आखिर किसने पीएमओ तक पहुंचाई, यह चर्चा का विषय है।
 

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