नई दिल्ली । उत्तर भारत के सबसे बड़े बाजार- सदर बाजार के व्यापारी इन दिनों बेहद परेशान हैं और इनकी मांग है कि सदर बाजार को भी जल्द से जल्द खोला जाए क्योंकि लॉकडाउन की वजह से दुकानों के बंद होने से अब तक करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। दरअसल लॉकडाउन में तमाम बाजार खुल गए, लेकिन सदर बाजार अभी भी बंद है क्योंकि यह इलाका कंटेनमेंट जोन में है। अब व्यापारियों की मांग है कि केवल उसी खास इलाके को सील किया जाए जहां पर कोरोना का मामला आया हो बाकी सदर बाजार को खोल दिया जाए। व्यापार मंडल के अध्यक्ष देवराज बवेजा कहते हैं कि बीते 2 महीने से सदर बाजार बंद है ऐसे में अब तक करोड़ों रुपये का नुकसान ना केवल व्यापारियों को बल्कि सरकार को भी टैक्स के रूप में हो चुका है। इसके अतिरिक्त लोगों का रोजगार भी जाने लगा है। उन्होंने कहा कि सदर बाजार में हजारों मजदूर दिहाड़ी पर काम करते हैं उनके सामने भी आमदनी का संकट उठने लगा है। सदर बाजार में ट्रांसपोर्ट राजेंद्र कपूर कहते हैं कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से हम सभी व्यापारियों की गुहार है कि तमाम दूसरे बाजारों की तरफ सदर बाजार को भी खोल दिया जाए। राजेंद्र कपूर कहते हैं कि सदर बाजार कंटेनमेंट जोन है, ऐसे में जिस इलाके में कोरोना केस आए हैं वहीं पर सीलिंग जारी रहनी चाहिए और बाकी मार्केट खोल दिया जाना चाहिए।
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लॉकडाउन से बंद सदर बाजार को फिर से खोलने की मांग