9-10 अप्रैल को राजधानी सहित प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है। एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालयीन क्षेत्र में दखल देगा। उसके प्रभाव से राजस्थान पर एक चक्रवात बनने की संभावना है। इस सिस्टम के कारण राजधानी सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरम-चमक के साथ हल्की बौछारें भी पड सकती है। यहां बता दें कि शुक्रवार शाम को तेज हवा के साथ शहर के कुछ स्थानों पर भले ही हल्की बौछारें पड़ीं,लेकिन उससे मौसम के गर्म मिजाज पर विशेष फर्क नहीं पड़ा। शनिवार को भी धूप के तेवर तीखे बने रहे और दिन का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्रीसे. रिकार्ड हुआ। जो कि सामान्य से 4 डिग्रीसे. अधिक रहा। उधर बादल रहने के कारण शनिवार को न्यूनतम तापमान भी 24 डिग्रीसे.तक जा पहुंचा,जो कि शुक्रवार के न्यूनतम तापमान(22.4) के मुकाबले 1.6 डिग्रीसे. अधिक रहा। इस वर्ष अप्रैल में पिछले 7 साल में दूसरी बार मौसम का मिजाज इतना गर्म है। उधर मौसम विज्ञानियों ने 3 दिन बाद शहर में गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी बीके साहा ने बताया कि रविवार को एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालयीन क्षेत्र में दखल देगा। उसके प्रभाव से राजस्थान पर एक चक्रवात बनने की संभावना है। इस सिस्टम के कारण 9-10 अप्रैल को राजधानी संिहत प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है। मौमस विज्ञान केंद्र के मुताबिक पश्चिम की तरफ से आ रही गर्म हवा के कारण शहर में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्रीसे. के आसपास बना हुआ है। वर्तमान में दक्षिण हरियाणा से दक्षिणी उत्तरप्रदेश और पूर्व मध्यप्रदेश से होकर छत्तीसगढ़ के मध्य भाग तक एक द्रोणिका लाइन(ट्रफ) बनी हुई है। 0.9 किमी. की ऊंचाई पर बने इस सिस्टम के कारण वातावरण में नमी के आने का सिलसिला बना हुआ है। लेकिन नमी की मात्रा के मुकाबले तापमान काफी अधिक बने रहने के कारण गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने का सिलसिला बना हुआ है।
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9-10 अप्रैल को राजधानी में पड सकती है बौछारें पिछले 7 साल में दूसरी बार मौसम का मिजाज इतना गर्म