नई दिल्ली । दिल्ली के व्यापारियों ने मांग की है कि लॉकडाउन -5 के दौरान उन्हें महीने में सभी 30 दिन मार्केट खोलने की इजाजत दी जाए। लॉकडाउन- 4 में ढील दिए जाने के बाद से दिल्ली के सभी बाजारों में ऑड ईवन के अनुसार दुकानें खुल रही थी। लेकिन व्यापारियों का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण बाजारों में ग्राहक बहुत कम ही आ रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उन्हें पूरे महीने का किराया देना पड़ता है। इसके अलावा दुकानों में काम करने वाले स्टाफ को पूरे महीने की सैलरी देनी पड़ती है तो महीने में 15 दिन दुकान खोलने से उनका खर्च पूरा नहीं हो पाएगा।
इस बाबत चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) को 200 से अधिक ट्रेड एसोसिएशन्स ने सुझाव भेजे हैं। व्यापारियों के संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने दिल्ली की प्रमुख मार्केट एसोसिएशन्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। सीटीआई के संयोजक बृजेश गोयल ने बताया कि 95 फीसदी व्यापारिक संस्थाओं का कहना था कि 1 जून से बाजारों में ऑड ईवन के अनुसार दुकानें खुलने के नियम को समाप्त किया जाए और सभी दुकानें खुलनी चाहिए क्योंकि हमें ना केवल पूरे महीने का किराया देना पड़ता है बल्कि अपने कर्मचारियों को भी पूरे महीने की सैलरी देनी पड़ती है।
व्यापारियों की शिकायत है कि गर्मी के मौसम में शाम के समय ही ग्राहक आते हैं इसलिए दुकानें खोलने का समय बढ़ाया जाए। अभी दुकानें खोलने का समय सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक है, चूंकि दुकानों पर काम करने वाले कर्मचारी बसों के द्वारा दूर से आते हैं जिनको अपने घर पहुंचने में लगभग 2 घंटे लग जाते हैं इसलिए 5 बजे तक उन्हें दुकानें बंद करनी पड़ती हैं।
व्यापारियों का कहना है कि इन परेशानियों के मद्देनजर हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि दुकानें खोलने का समय रात 9 बजे तक बढ़ाया जाए। इससे दुकानदार देर तक अपनी दुकानें खोल पाएंगे और बाजार में ग्राहकों की संख्या भी बढ़ेगी। व्यापारियों का ये भी सुझाव था कि सरकार चाहे तो होलसेल और रिटेल बाजारों का समय अलग अलग कर सकती है।
रीजनल नार्थ
व्यापारियों की गुहार ऑड-ईवन नहीं हर दिन दुकान खोलने दे सरकार