भोपाल । मप्र मंत्रिमंडल का बहुप्रतिक्षित विस्तार फिलहाल टलता नजर आ रहा है। अगर भाजपा सूत्रों की मानें तो अब मंत्रिमंडल का विस्तार राज्यसभा चुनाव के बाद ही होगा। गौरतलब है कि राज्यसभा का चुनाव 19 जून को होगा। उस दिन मप्र की तीन सीटों सहित देशभर की 18 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान होगा। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि 20 जून को मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करीब 29 दिन बाद 21 अप्रैल को अपने मंत्रिमंडल का गठन किया था और उसमें पांच मंत्री शामिल किए थे। उसके बाद से लेकर मंत्रिमंडल विस्तार की लगातार अटकलें लगाई जा रही है। इस बीच मंत्री पद के दावेदार लगातार संगठन और मुख्यमंत्री पर दबाव बना रहे हैं। ऐसे में संगठन ने मंत्रिमंडल विस्तार को 19 जून तक टालने का मन बना लिया है।
-क्रॉस वोटिंग का डर
भाजपा सूत्रों की मानें तो मंत्री पद के दावेदार विधायक जिस तरह आक्रामक रूख अपनाएं हैं, उससे पार्टी को इस बात का डर सता रहा है कि अगर अभी मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया गया तो जिन विधायकों को मंत्री पद नहीं मिलेगा वे राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। इसलिए पार्टी इस कोशिश में लगी हुई है कि राज्यसभा सीटों के मतदान तक मंत्रिमंडल विस्तार को टाला जाए। सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय संगठन, प्रदेश संगठन और मुख्यमंत्री ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि फिलहाल मंत्रिमंडल को टाल दिया जाए।
-असंतोष दिल्ली तक पहुंचा
दरअसल, सरकार और संगठन ने मंत्रिमंडल गठन की कवायद पूरी कर ली थी। मंत्रिमंडल में सिंधिया समर्थकों को अधिक महत्व दिए जाने के कारण कई भाजपा विधायकों का मंत्री बनने का सपना टूट रहा था। इस कारण विस्तार दिन पर दिन टलता जा रहा था। उधर सिंधिया समर्थकों के साथ ही भाजपा के विधायकों ने संगठन और मुख्यमंत्री पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। लगातार दबाव बढ़ता देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत ने विधायकों को समझाने की भरपूर कोशिश की। असंतोष की आग दिल्ली पहुंच गई। इस कारण आलाकमान ने मंत्रिमंडल विस्तार पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है।
-मप्र की 3 राज्यसभा सीटों पर होना है चुनाव
राज्य सभा की 18 सीटों के लिए इस महीने की 19 जून को चुनाव आयोजित किए जाएंगे। मप्र में राज्यसभा की तीन रिक्त सीटों पर चुनाव होने हैं। ये सीटें दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो जाने के बाद से रिक्त है। नियमानुसार चुनाव अप्रैल में ही हो जाने थे, लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण इन सीटों पर तय समय में चुनाव नहीं कराए जा सके। लॉकडाउन के दो महीने बीत जाने के बाद अब जून में राज्यसभा चुनाव होने की अटकलें पहले ही चल रही थीं। इन तीन रिक्त सीटों पर होने वाले चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फूलसिंह बरैया और सुमेर सिंह सोलंकी के भाग्य का फैसला होना है।
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राज्यसभा मतदान के बाद ही होगा मंत्रिमंडल विस्तार -20 जून को 22 से 25 मंत्री ले सकते हैं मंत्री पद की शपथ