नई दिल्ली । दिल्ली में अब मोबाइल क्लीनिक के माध्यम से कोरोना संदिग्धों के नमूने अब बिना संपर्क में आए एकत्र किए जा सकेंगे। दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने दक्षिणी दिल्ली में ऐसी एक बस का शुभारंभ किया। यह बस सन फाउंडेशन के सहयोग से तैयार की गई है। इस दौरान सन फाउंडेशन के चैयरमैन विक्रमजीत साहनी और दक्षिणी दिल्ली के जिलाधिकारी बीएम मिश्रा मौजूद रहे। कोरोना संदिग्ध से आवश्यक दूरी बनाने के लिए बस को विशेष रूप से तैयार किया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से युक्त यह दिल्ली की पहली मोबाइल क्लिनिक है। बस में थर्मल टेस्टिंग की जाती है। एआई युक्त मोबाइल क्लीनिक बस तैयार करने का प्रयास दक्षिणी दिल्ली जिला प्रशासन के साथ सीआरपीएफ, सोनालिका, सन फाउंडेशन ने किया है। यह बस घर-घर जाकर एक महीने में 15 हजार से अधिक नमूने एकत्रित करने में सक्षम है।
रीजनल नार्थ
मोबाइल क्लीनिक में बिना छुए नमूने लिए जा सकेंगे