नई दिल्ली। गूगल अपने यूजर्स पर नजर रख रहा है। यूजर्स की ऑनलाइन ऐक्टिविटी को ट्रैक करने के कारण गूगल के खिलाफ कैलिफॉर्निया में एक केस दर्ज हुआ है। गूगल पर लगाए गए ये आरोप अगर सही साबित होते हैं, तो उसे जुर्माने के तौर पर 5 अरब डॉलर देने पड़ सकते हैं। दुनियाभर में गूगल को एक इंटरनेट सर्च इंजन के तौर पर जाना जाता है। हालांकि, कंपनी की कमाई का जरिए ऐडवर्टाइजिंग बिजनेस है। गूगल इंटरनेट की टॉप ऐड कंपनियों में से एक है और यह यूजर्स की पसंद के ऐड दिखाने के लिए बहुत सारे डेटा का सहारा लेती है। गूगल के खिलाफ की गई शिकायत में कहा गया है कि यह गूगल ऐनालिटिक्स, गूगल ऐडसेंस और दूसरे प्लग-इन्स के जरिए डेटा कलेक्ट करता है। इसमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि यूजर ने किसी गूगल-पावर्ड ऐड पर क्लिक किया है या नहीं। इसकी मदद से कंपनियों को यूजर्स के ऐड प्रोफाइल बनाती हैं ताकि उन्हें उनकी पसंद और जरूर के ऐड दिखाए जा सकें।
साइंस & टेक्नोलॉजी
गूगल को देने पड़ सकते हैं 5 अरब डॉलर