नई दिल्ली । एक तरफ भाजपा बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान शुरू कर चुकी है, दूसरी तरफ एनडीए के घटक दलों में घमासान मचा हुआ है। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल-युनाइटेड (जेडीयू) गठबंधन सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान के एक बयान पर बिफर गया है। जेडीयू ने चिराग पासवान को संभलकर बोलने की नसीहत दी है।
जेडीयू के प्रधान महासचिव के.सी. त्यागी ने साफ-साफ कहा कि चिराग को आपत्तिजनक वक्तव्य से परहेज की करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर नीतीश कुमार के नाम का ऐलान पहले ही हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा तीनों ने कई मौकों पर इस बात का ऐलान किया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। त्यागी ने जोर देकर कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर पहले ही फैसला हो चुका है। गौरतलब है कि एलजेपी चीफ चिराग पासवान से अभी हाल ही में एक प्रश्न पूछा गया था कि क्या पिछले 15 वर्षों से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कमान संभाल रहे नीतीश कुमार की जगह किसी और को देखना चाहेंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि वह भाजपा के हर फैसले के साथ हैं। यही नहीं, उन्होंने बिहार सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान पैदा हुए प्रवासी संकट से निपटने के लिए किए गए उपायों को लेकर असंतोष व्यक्त किया था। लोजपा प्रमुख के इस बयान के बाद राजनीति शुरू हो गई है।
इधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसमें एलजीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की तरफ से यह कहा गया था कि अगर बीजेपी बिहार विधान सभा चुनाव में अपना चेहरा बदलती है, तब भी वे भगवा दल को समर्थन करेगी। एनडीए ने साफ किया कि बिहार विधानसभा का चुनाव सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा। बिहार बीजेपी के इंचार्ज भूपेन्द्र यादव और अन्य पार्टी नेता बीएल संतोष ने शुक्रवार की शाम हुई वर्चुअल पार्टी की बैठक में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह संदेश दे दिया है।
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जेडीयू ने लोक जनशक्ति पार्टी चीफ चिराग पासवान पर किया पलटवार