अयोध्या। लॉकडाउन उनके दौरान करीब ढाई महीने से बंद पड़े अयोध्या के मंदिरों के कपाट सोमवार को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुल गए हैं। मंदिरों में भले ही शासन की गाइडलाइंस को लेकर सख्तियां दिखीं, लेकिन श्रद्धालु भी बहुत कम संख्या में ही मंदिर में पहुंचे। अयोध्या के मंदिरों के बाहर प्रशासन की ओर से खास इंतजाम कराए गए हैं। हाथ सैनिटाइज करन के बाद ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है।
अयोध्या में संतों का कहना है कि जनता खुद जागरूक हो गई है और वह दर्शन के लिए भी कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती। इसी कारण लोग अभी मंदिरों में आने से बच रहे हैं। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास का कहना है कि सरकार ने जो गाइडलाइन दी है उसका मंदिरों में पालन किया जा रहा है। इस व्यवस्था से लोग सुरक्षित होकर मंदिरों में दर्शन कर सकेंगे।
दर्शन करने हनुमानगढ़ी आईं पूजा का कहना है कि मंदिर में दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए बनी है। वहीं परशुराम सिंह का कहना है मंदिरों में जो व्यवस्था बनी है आगे के लिए भी सुरक्षित कदम है। सरयू के तट पर भी स्नान के लिए लोग पहुंच रहे हैं। हालांकि प्रशासन की कोशिश है कि वो किसी भी तरह भीड़ को एक स्थान पर इकट्ठा होने से रोकें, जिससे कि कोरोना का संक्रमण लोगों के बीच ना फैल सके।
रीजनल नार्थ
(अयोध्या) मंदिर खुले, लेकिन दर्शन के लिए आने से श्रद्धालुओं को अभी परहेज -शासन की गाइडलाइंस को लेकर दिखीं सख्तियां