नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है और कुल मरीजों का आंकड़ा 33 हजार के करीब पहुंच गया है। इस बीच कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। दरअसल, दिल्ली के कई हॉस्पिटल में डॉक्टरों को तीन महीने से सैलरी नहीं मिल रही है। इसमें हिंदू राव हॉस्पिटल और कस्तूरबा हॉस्पिटल शामिल है। हिंदू राव हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट को खत लिखकर चार महीने से सैलरी न मिलने का मुद्दा उठाया है। डॉक्टरों ने कहा कि अगर उन्हें सैलरी नहीं मिलती है तो वह काम नहीं करेंगे। साथ ही डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि है कि अगर 18 जून तक सैलरी नहीं मिली तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे। हिंदू राव हॉस्पिटल को नॉर्थ एमसीडी चलाती है। कस्तूरबा हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर सुनील कुमार ने कहा कि हमें भी पिछले तीन महीने मार्च, अप्रैल और मई की सैलरी नहीं मिली है। यह समय हड़ताल पर जाने का नहीं है, इसलिए हमने सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है।इस बीच दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 1501 संक्रमित मिले हैं और 48 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में कोरोना से अबतक 32 हजार 810 लोग संक्रमित हुए हैं। दिल्ली में कोरोना से अबतक 984 लोगों की जान गई है। ऐसे में डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफे की धमकी ने दिल्ली की चिंता बढ़ा दी है। इन चिंताजनक हालातों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोरोना से लड़ाई में हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है।
रीजनल नार्थ
डॉक्टरों ने दी सामूहिक इस्तीफे की धमकी