नई दिल्ली । दिल्ली सरकार पर मौत के आंकड़ों को छुपाने का भी आरोप लग रहा है। गुरुवार को एमसीडी ने कहा कि मार्च से लेकर दस जून तक तीनों एमसीडी में कोरोना से मरने वाले 2098 लोगों का दाह संस्कार किया गया है। वहीं, दिल्ली सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अभी तक सिर्फ 1085 लोगों की जान इस महामारी से गई है। हालांकि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी इस मामले पर राजनीति कर रही है। दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में आई तेजी की वजह से हालात चिंताजनक हो गए हैं। गुरुवार को कोरोना से सबसे अधिक 65 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह अब तक एक दिन में मृतकों की सबसे ज्यादा संख्या है। इसके साथ ही अब तक कुल 1085 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में कुल मौतों के आंकड़ें में 101 की बढ़ोतरी हुई है। 36 मौतें पहले की हैं जिनका आंकड़ा देरी से मिला है। वहीं, 1877 नए संक्रमित मिले हैं। गुरुवार रात को जारी हुई हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना के अब कुल 34687 मामले हो गए हैं। इस महामारी की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या 1085 हो गई है। बुलेटिन के मुताबिक, 12731 मरीज इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं जबकि अभी भी 20871 सक्रिय मामले हैं। भारत में कुल मामले दो लाख 97 हजार तक पहुंच चुके हैं और यह आंकड़ा ब्रिटेन से 5592 ज्यादा है। भारत में जिस तरह रोज करीब दस हजार मामले सामने आ रहे हैं तो उससे साफ संकेत मिलते हैं कि शुक्रवार सुबह आंकड़े जारी होने पर भारत में कोरोना के कुल मरीज तीन लाख के पार होंगे। देश में 31 मई तक 190609 केस आए थे और वल्र्डोमीटर के मुताबिक, 11 जून तक यह आंकड़ा 297001 तक पहुंच गया था। यानी 11 दिनों में एक लाख छह हजार से ज्यादा केस आए हैं।
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दिल्ली में कोरोना से बिगड़ रहे हालात