अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) का कहना है कि निवेश में सुधार और उपभोग बढऩे से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। आईएमएफ और विश्वबैंक की सालाना ग्रीष्मकालीन बैठक में विश्व बैंक का आर्थिक परिस्थिओं पर आईएमएफ ने कहा है कि 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही है। जबकि इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही। आईएमएफ का अनुमान है कि 2019 में चीन की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत और 2020 में 6.1 प्रतिशत होने का अनुमान है। जानकारी के मुताबिक 2020 में भारत की वृद्धि दर बढ़ेगी और 7.3 प्रतिशत पर रहेगी और वर्ष 2020 में 7.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। आईएमएफ का कहना है कि राष्ट्रीय खाता में किए गए संशोधन में कुछ नरम रुख दिखता है। इसे मद्देनज़र रख कर अक्टूबर की तुलना में 2019 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान में 0.1 प्रतिशत और 2020 के लिए 0.2 प्रतिशत की कमी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यम अवधि में भारत की वृद्धि दर 7.75 प्रतिशत पर टिकेगी। विश्व बैंक का कहना है कि संरचनात्मक और वित्तीय क्षेत्र के सुधारों के क्रियान्वयन के साथ सार्वजनिक ऋण में कटौती के जरिये ही देश की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं को संरक्षित किया जा सकता है।