नई दिल्ली । कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की कमी की रिपोर्ट के बाद एक अच्छी खबर है। दिल्ली के छत्तरपुर में राधा स्वामी सत्संग कैंपस में कोरोना मरीजों के लिए करीब 10,000 बेड की व्यवस्था की जा रही है। रविवार को दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने राधा स्वामी सत्संग परिसर का दौरा भी किया। निरीक्षण के दौरान उपराज्यपाल ने कोरोना मरीजों के लिए सुविधाओं पर अधिकारियों से चर्चा की।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दौरे के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, "कोरोना महामारी के मद्देनजर मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत पड़ेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए इस जगह पर सुविधाओं का निरीक्षण किया है। इसके अलावा देखना होगा कि यहां क्या चुनौतियां होंगी। जिलाधिकारी तमाम ज़रूरतों का अध्ययन कर रहे हैं। राधा स्वामी सत्संग कैम्पस का जायजा लिया और जाना कि किस तरह राजधानी का यह सबसे बड़ा कोरोना अस्पताल बनेगा। सत्संग के लिए इस्तेमाल होने वाले इस कैम्पस की छत पहले से ही तैयार है। रविवार को यहां टेंट्स की मदद से अलग अलग ब्लॉक बनाने का काम शुरू किया गया है।कोरोना मरीजों के इलाज के साथ-साथ परिसर के एक हिस्से में डॉक्टरों के आवास की व्यवस्था की जाएगी। राधा स्वामी सत्संग परिसर में 1700 फीट की लंबाई व सात सौ फीट चौड़ाई के कई बड़े हॉल बनाए जाएंगे। प्रत्येक हॉल में कोरोना के 50 मरीजों का इलाज होगा और उनके लिए बेड की व्यवस्था की जाएगी।
इलाके की एसडीएम सोनालिका जीवाणी ने बताया कि अगले 15 दिन में पहले कोरोना मरीज का इलाज शुरू कर दिया जाएगा। बेड्स के बीच एक निश्चित दूरी होगी। फ्लोर पर आर्टिफिशियल टाइल्स लगायी जाएंगी ताकि सैनेटाइज करना आसान हो। एक ब्लॉक में 50 बेड रखे जाएंगे।साथ ही एसडीएम ने कहा कि मेडिकल स्टाफ की कमी पूरी करने के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की मदद ली जाएगी। क्योंकि बड़े स्तर पर डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और नर्स की ज़रूरत होगी
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दिल्ली में दूर होगी कोरोना मरीजों के लिए बेड की किल्लत