नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों और मौत को देखते हुए दिल्ली सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से सभी जिला अधिकारियों को अपने जिले में श्मशान और कब्रिस्तान के लिए वैकल्पिक स्थान तलाशने को कहा गया है। बीते दिनों दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से भी शव के अंतिम संस्कार को समय से करने के लिए दिल्ली सरकार को निर्देश दिए गए थे। इसके बाद से ही अस्थायी श्मशान और कब्रिस्तान ढूंढ़ने की कवायद हो रही है। चार जिलों ने जानकारी दिल्ली के 11 में से 4 जिलों की ओर से सरकार को श्मशान-कब्रिस्तान के लिए वैकल्पिक जमीन की जानकारी दी गई है। दिल्ली सरकार के पास ग्राम सभा की भूमि होती है, जिसका इस्तेमाल शव के निपटारे के लिए किए जाने की तैयारी है। दिल्ली के बाहरी, उत्तरी-पश्चिमी, पश्चिमी और दक्षिणी-पूर्वी जिले में वैकल्पिक जमीन की व्यवस्था की जा सकती है। सभी जिलों के अधिकारियों की ओर से अपने यहां उपलब्ध जमीन की जानकारी दिल्ली सरकार को भेज दी गई है।
भारत में बीते सात दिनों में संक्रमण के मामलों में 29.5 फीसदी का उछाल देखने को मिला है। दुनिया में अन्य देशों के मुकाबले यह सर्वाधिक है। ब्राजील में 26.4,मैक्सिको में 25.6, रूस में 13.4 और अमेरिका में आठ फीसदी की दर से उछाल आया है। यही वृद्धि दर रही तो पांच दिन में केस चार लाख, दस दिन में पांच लाख से ज्यादा हो सकते हैं। नए मामलों में 75 फीसदी तमिलनाडु, गुजरात व दिल्ली से आ रहे हैं। दिल्ली में प्रति दस लाख लोगों पर 74.82 लोगों की मौत हो रही है जबकि महाराष्ट्र में यह संख्या 33.51 है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद का हिस्सा रहीं प्रोफेसर शमिका रवि ने स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के आधार पर यह विश्लेषण किया है।
रीजनल नार्थ
कोरोना से तबाही जोर पर श्मशान और कब्रिस्तान के लिए ढूंढी जा रही जगह