मुंबई, । महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए शिक्षकों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे दी है. इस संदर्भ में नया परिपत्र जारी किया गया है. यानि शिक्षकों को हर रोज मुंबई के स्कूलों में आने की जरुरत नहीं है. आपको बता दें कि राज्य सरकार ने १५ जून को आदेश जारी कर शिक्षकों को स्कूलों में आने एवं पठन पाठन का कार्य शुरु करने के लिए कहा था. जिससे मुख्याध्यापकों, शिक्षकों एवं अभिभावकों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. जिसको लेकर विधानपरिषद सदस्य कपिल पाटिल ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से पत्र व्यवहार शुरु किया. जिसके तहत नया परिपत्र जारी किया गया. नए परिपत्र में कहा गया है कि अभी तक सार्वजनिक परिवहन अत्यावश्यक सेवा के लिए शुरु की गयी है. इसलिए शिक्षकों को ई लर्निंग के लिए सप्ताह में दो दिन बुलाया जाय, उन्हें वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी जाय. ५५ वर्ष से अधिक उम्र वाले, मधुमेह, सांस की बीमारियों से ग्रसित, जैसे अन्य बीमारियों से परेशान शिक्षकों एवं मुख्यअध्यापकों को स्कूल में नहीं बुलाया जाय. साथ ही एक ही साथ सभी अध्यापकों को स्कूल में नहीं बुलाया जाएगा. इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान महिला शिक्षकों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा.
रीजनल वेस्ट
शिक्षकों को वर्क फ्रॉम होम