नई दिल्ली । लॉकडाउन में हुए अपने नुकसान को पूरा करने के लिए स्कूल मालिकों ने अब ब्लैक मेलिंग का काम शुरू कर दिया है। देश की राजधानी की पुलिस ने ऐसे ही एक मामले में रोहिणी सेक्टर-3 के एक नामी स्कूल के मालिक, उनके बेटे, स्कूल की प्रिंसिपल और स्कूल के एडमिन विभाग के एक कर्मचारी पर एक चावल कारोबारी को ब्लैकमेल करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है। मृतक चावल कारोबारी के भतीजे ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में ये दावा किया है कि आरोपियों ने प्रॉपर्टी हथियाने के मकसद से 20 जून को स्कूल मीटिंग के बहाने उसके चाचा को बुलाया था। जहां स्कूल की प्रिंसिपल भी अपने कैबिन में मौजूद थीं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि मीटिंग में आरोपियों ने मिलकर उसके चाचा को ब्लैक मेल किया और जब मृतक ने इसका विरोध किया तो आरोपी अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करके झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगे। लगातार मिल रही धमकियों से परेशान चावल कारोबारी ने 25 जून को प्रीतमपुरा स्थित अपने घर मे सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली।
मरने से पहले कारोबारी ने बाकायदा 4 पेज एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसको पुलिस ने बरामद कर लिया है। जिसके आधार पर मृतक के परिजनों ने रानी बाग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। मृतक कारोबारी के भतीजे ने बताया कि आरोपी स्कूल मालिक व उनका बेटा उसके चाचा के साथ चावल के कारोबार में पार्टनर हैं। करीबी होने के कारण उनके पास से फोटो और वीडियो है जिससे उन्होंने मृतक कारोबारी को खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया। पुलिस के मुताबिक मृतक कारोबारी के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने आत्महत्या करने की वजह उसके पार्टनर द्वारा प्रताड़ित करना बताया है। सुसाईड नोट में लिखा है कि मृतक की एक प्रॉपर्टी के दस्तावेज को बैंक में मॉर्टगेज करके लोन लिया था और अब वो मृतक की दूसरी प्रोपेर्टी के कागज भी मांग रहे थे। गौरतलब है कि लॉकडाउन की वजह से सरकार ने स्कूल द्वारा ली जाने वाली फीस माफ कर दी थी, जिसकी वजह से स्कूल को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। नुकसान की भरपाई करने के लिए स्कूल के मालिक और उनके बेटे ने अपने चावल के कारोबार में पार्टनर से उसकी 20 करोड़ की प्रोपेर्टी हड़पने के चक्कर में थे।
रीजनल नार्थ
लॉकडाउन में नुकसान की भरपाई के लिए स्कूल मालिक बने ब्लैकमेलर