नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 80 हजार के पार पहुंच गया है। बढ़ते मरीजों की तादाद को देखते हुए सरकार की तरफ से तमाम होटलों और फार्म हाउसेज को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील किया जा रहा है। राधा स्वामी सत्संग भवन में भी 10,000 बेड की व्यवस्था की जा रही है, वहीं दिल्ली की 19 सोसाइटी के भीतर आइसोलेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं।
रोहिणी में सोसाइटी के भीतर क्वारनटीन सेंटर बनाए जा रहे हैं। रोहिणी सेक्टर- 13 की आत्म वल्लभ सोसाइटी के अंदर इसी तरह 6 बेड का क्वारनटीन सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर में ऑक्सीजन सिलेंडर और जरूरी मेडिकल उपकरण की व्यवस्था की गई है, ताकि मरीजों को किसी तरह की पेरशानी ना हो।
सोसायटी के मेंबर्स की मानें तो सोसाइटी में तकरीबन 150 फ्लैट हैं और इन फ्लैटों में इतना स्पेस नहीं होता कि अगर किसी व्यक्ति को कोरोना हो जाए तो वह अपने मकान के एक कमरे में आइसोलेट हो सकते हैं। ऐसे में उनके परिवार में संक्रमण बढ़ने के चांसेज ज्यादा हो जाते हैं। इसे देखते हुए सोसाइटी के भीतर ही आइसोलेशन सेंटर बनाया गया। सोसाइटी के आइसोलाशन सेंटर का रोहिणी के विधायक और पूर्व नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने उद्घाटन किया। गुप्ता ने बताया कि रोहिणी में अब तक 7 सोसाइटी में इसी तरह के आइसोलेशन सेंटर बनाए जा चुके हैं। ये पूरी तरह से आरडब्ल्यूए फंडेड है।
रीजनल नार्थ
सोसाइटी में तैयार किया आइसोलेशन सेंटर