पटना। बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए का मुख्य घटक दल लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) आगामी विधानसभा चुनाव बड़ी भूमिका चाहती है। इसलिए पिछले कुछ दिनों से एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान नीतीश सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। चिराग चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 41-42 सीटें मिले। इसके अलावा विधान परिषद की 12 सीटों में से एक सीट एलजेपी को मिले। बीजेपी नहीं चाहती कि एलजेपी नाराज हो इसलिए बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव खुद चिराग पासवान के घर पहुंचे और चुनाव को लेकर उनसे बातचीत की। बताया जा रहा है कि चिराग पासवान चाहते हैं कि एनडीए में उन्हें नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की तरह ही तवज्जो मिले। राज्य के विभिन्न हिस्सों के दौरों के दौरान चिराग नीतीश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं। यही नहीं कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत के दौरान चिराग ने यहां तक कह दिया कि एनडीए का स्वरूप बदल सकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा।
सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान ने भूपेंद्र यादव से कहा है कि लोकसभा चुनाव की तरह ही विधानसभा चुनाव में भी उनकी पार्टी सम्मान चाहती है। लोकसभा चुनाव में एलजेपी को बिहार की 40 में से 6 सीटें दी गई थी। इसके अलावा रामविलास पासवान को बीजेपी ने अपने कोटे से राज्यसभा भेजा है। चिराग चाहते हैं कि इसी पैटर्न के तहत विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 41-42 सीटें मिले। इसके अलावा विधान परिषद की 12 सीटों में से एक सीट एलजेपी को मिले। चिराग चाहते हैं कि जुलाई में ही एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्म्यूला तैयार हो जाए। साथ ही सीटें भी तय हो जाए की किस सीट पर किस पार्टी को उम्मीदवार होगा। भूपेंद्र यादव ने चिराग पासवान से कहा है कि आगे वे ऐसा कोई बयान नहीं देंगे जिससे एनडीए की एकजुटता प्रभावित हो।
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चिराग चाहते हैं जेडीयू की तरह ही बिहार में एलजेपी को भी तवज्जो मिले -विधानसभा चुनाव में 41-42 सीटें तथा विधान परिषद की एक सीट पर नजर