कोलकाता । पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का आरोप है कि नॉर्थ 24 परगना जिले में एक चाय की दुकान पर जाते समय तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला कर दिया। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने उनके आरोपों को 'निराधार' बताते हुए खारिज कर दिया।
घोष ने कहा, 'आज दोपहर जब मैं चाय पर चर्चा के हमारे अभियान के तहत स्थानीय लोगों के साथ चाय पीने के लिये बाहर निकला तो तृणमूल कांग्रेस के समर्थक वहां आ गए और मुझे गालियां देने लगे। स्थानीय पुलिस को पहले ही से ही इस कार्यक्रम की जानकारी थी, फिर भी उन्होंने मेरी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये कोई कदम नहीं उठाया।'
उन्होंने कहा, 'वैसे तो मैं हर साल घर बदलता हूं, लेकिन जब से राजरघाट रहने आया हूं, तब से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता मकान मालिक को धमका रहे हैं।'
इस घटना को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सचिवालय की ओर मार्च किया, लेकिन हुगली नदी पर विद्यासागर सेतु पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मध्य कोलकाता में भी विरोध मार्च निकाला। घोष ने इस घटना की पुलिस में शिकायत की है। पुलिस मामले को देख रही है। टीएमसी के लोकसभा सांसद सुदीप बंधोपाध्याय ने घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के आरोपों को 'निराधार' बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ''पिछले साल लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही घोष लगातार इस तरह के निराधार आरोप लगाते रहे हैं। टीएमसी हिंसा में विश्वास नहीं रखती।''
रीजनल ईस्ट
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर हमला, तृणमूल कार्यकर्ताओं पर आरोप