नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर के अंतर्गत आने वाले हरियाणा के पांच जिलों में जून महीने में कोरोना वायरस से मौत के मामलों में 14 गुना और संक्रमण के मामलों में सात गुना वृद्धि हुई है। इससे राज्य सरकार को इन जिलों में महामारी के प्रसार को रोकने के लिए विशेष ध्यान देना पड़ा है।
अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा सरकार एनसीआर में आने वाले अपने पांच जिलों-गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर और रोहतक में कड़ी निगरानी रख रही है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इन पांच जिलों में एक जून को कोरोना वायरस संक्रमण से सबंधित मौत के मामलों की संख्या 14 थी, लेकिन 30 जून तक बढ़कर यह संख्या 197 हो गई। वहीं, इन जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या जून के शुरू में 1,653 थी जो 30 जून तक बढ़कर 11,122 हो गई। दो जुलाई तक के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 15,509 मामलों में से इन पांच जिलों में लगभग 12,000 मामले हैं और राज्य में हुईं कोविड-19 संबंधी कुल 251 मौतों में से 209 मौत इन जिलों में हुई हैं।
पूरे हरियाणा के आंकड़ों पर नजर डालें तो राज्य में अकेले जून महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में छह गुना वृद्धि हुई है। इस दौरान मौत के मामले बढ़कर 11 गुना अधिक हो गए हैं। राज्य में गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हैं। गुरुग्राम में एक जून तक विषाणु संक्रमण के मामलों की संख्या 903 और मौत के मामलों की संख्या चार थी, लेकिन 30 जून तक संक्रमण के मामले बढ़कर 5,347 और मौत के मामले बढ़कर 91 हो गए। इसी तरह, फरीदाबाद में एक जून तक संक्रमण के मामलों की संख्या 392 और मौत के मामलों की संख्या आठ थी जो 30 जून तक बढ़कर क्रमश: 3,733 और 77 हो गए। महीने के शुरू में सोनीपत में संक्रमण के मामलों की संख्या 212, झज्जर में 101 और रोहतक में संक्रमण के मामलों की संख्या 45 थी जो जून के अंत तक क्रमश: 1,208, 261 और 573 हो गई।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोनीपत में एक जून तक मौत के मामलों की संख्या एक, झज्जर में शून्य और रोहतक में एक थी जो 30 जून तक बढ़कर क्रमश: 18, चार और सात हो गई। इस तरह 22 जिलों में वाले हरियाणा में 30 जून तक संक्रमण और मौत के मामलों की संख्या बढ़कर 14,548 तथा 236 हो गई जो एक जून तक क्रमश: 2,356 तथा 21 थी। राज्य में इस नकारात्मक पहलू के साथ ही सकारात्मक पहलू यह है कि जून के अंत तक ठीक होने वालों की दर बढ़कर लगभग 70 प्रतिशत हो गई जो जून के शुरू में 44.78 प्रतिशत थी। इसके साथ ही मामलों के दोगुना होने की दर आठ दिन से बढ़कर 15 दिन हो गई। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद कहा था कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक और झज्जर पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे।
रीजनल नार्थ
जून में एनसीआर के 5 जिलों में कोरोना के मामले 7 गुना हुए