मध्य रेल अपने यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए और बिना टिकट अनियमित यात्रा के करने वाले यात्रियों पर रोक लगाने ने के लिए उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। यह प्रयास रेल यात्रियों को बेहतर सेवा देने तथा बिना टिकट यात्रा पर लगाम लगाने के लिए चलाए जाते हैं। इसके लिए मध्य रेल द्वारा नियमित रूप से अभिनव कदम उठाए जाते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बिना टिकट यात्रा से होने वाले राजस्व हानि तथा अन्य अनियमिताओं की गहन निगरानी रखी जाती है। इस अभियान के परिणामस्वरूप अप्रैल 2018 से मार्च 2019 के दौरान बिना टिकट यात्री/ अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान आदि के कुल 34.80 लाख मामलों दर्ज किए गए, जबकि पिछले वर्ष यानी 2017-18 के इसी समयावधि के दौरान 31.45 लाख मामले सामने आए थे, जिसमें 10.65% वृद्धि हुई है। वर्ष 2018-19 (अप्रैल से मार्च तक) के दौरान इस तरह की टिकट रहित/अनियमित यात्रा से अर्जित आय रु 172.94 करोड़ दर्ज हुई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान अर्जित रु 13.83 करोड़ की आय की तुलना में 12.42% की वृद्धि हुई थी। मध्य रेल ने यात्रियों से अपील करते हुए कहा है कि वे इस असुविधा से बचने और सम्मान के साथ यात्रा करने के लिए उचित और वैध रेल टिकट के साथ यात्रा करें।