नई दिल्ली। सिर्फ छह महीने के उद्देश्य से अंतरिक्ष में भेजे गए मंगलयान ने अब मंगल के सबसे बड़े चंद्रमा ‘फोबोस’ की तस्वीर ली है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मुताबिक मंगलयान (मार्स ऑर्बिटर मिशन) में लगे मार्स कल कैमरा (एमसीसी) ने यह तस्वीर 1 जुलाई को ली, जब मंगलयान मंगल के करीब 7,200 किमी और फोबोस के करीब 4,200 किमी दूर था। इसरो ने तस्वीर के साथ एक अपडेट में कहा, 6 एमसीसी फ्रेम से ली गई यह एक समग्र तस्वीर है और यह स्पष्ट है।
इसरो के मुताबिक, इस तस्वीर में अतीत में फोबोस से आकाशीय पिंडों के टकराने से बने विशाल गड्ढे भी (क्रेटर) दिख रहे हैं। ये हैं स्लोवास्की, रोश और ग्रिलड्रिग। इसरो के इस मिशन का उद्देश्य शुरू में छह महीने के लिए ही था, लेकिन बाद में उसने कहा कि इसके कई वर्षों तक सेवा देने के लिए इसमें पर्याप्त मात्रा में ईंधन है। भारत ने 24 सितंबर 2014 को मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लाल ग्रह (मंगल) की कक्षा में स्थापित कर दिया था। यह उपलब्धि प्रथम प्रयास में ही हासिल कर ली गई और इस तरह देश वहां पहुंचने वाले एक एलिट समूह में शामिल हो गया। इसरो ने पांच नवंबर 2013 को आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से पीएसएलवी रॉकेट के जरिए इसका प्रक्षेपण किया था। इस मिशन में आई लागत 450 करोड़ रुपये है। मिशन का उद्देश्य मंगल की सतह और वहां खनिजों की संरचना का अध्ययन करना है।
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मंगलयान ने ली मंगल के सबसे बड़े चंद्रमा ‘फोबोस’ की तस्वीर -इसरो को बड़ी कामयाबी, मंगलयान अब भी कर रहा शानदार काम